.प्रशासन को काफी देर से मिली घटना की सूचना रात्रि 10:00 बजे के बाद शुरू की गई राहत व बचाव कार्य
.मरने वालों में चार पुरुष और एक महिला शामिल
कोडरमा।
जिला मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दुर वन्य आश्रयणी प्रक्षेत्र में चल रहे ढिबरा के अवैध खदान में चाल धसने से गुरुवार को एक महिला समेत पांच उसमें दब गए है। देर रात खदान में दबे एक महिला और एक अन्य व्यक्ति का शव निकाला गया। वही बाकी की खोज जारी है। घटना दोपहर 2:00 बजे की है। मगर इसकी जानकारी प्रशासन को देर शाम को हुई। इसके बाद प्रशासन द्वारा देर शाम राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। घने जंगल और रात होने के कारण प्रशासन की टीम काफी देर के बाद लगभग 10 बजे रात्रि में घटना स्थल पर पहुंची। वही जेसीबी की मदद से मलबे में दबे लोगों की खोजबीन शुरू की गई। मौके पर पुलिस प्रशासन के पदाधिकारी के जमे है।घटना में लखन दास, महेंद्र दास व चंद्र दास बरसोतियावर निवासी व फुलवरिया निवासी कौशल्या देवी के दबे होने की संभावना हैं।
जानकारी के अनुसार वन्य आश्रयणी प्रक्षेत्र में पिछले कई सालों से चल रहे ढिबरा के अवैध खदान में प्रतिदिन की भांति गुरुवार को भी बरसोतियावर व फुलवरिया सहित कुछ अन्य आसपास के गांव के लोग ढिबरा उत्खनन में बतौर मजदूर काम करने के लिए गए थे। इसी दौरान चाल धसने से इसमें कई लोग दब गए। घटना के बाद वहां कार्यरत अन्य लोग प्रशासनिक कार्रवाई की भय से बिना किसी को बताए वहां से भाग निकले। अवैध खदान का संचालन जलवाबाद निवासी इस्लाम मियां द्वारा पिछले कई सालों से किया जा रहा था। मगर इसकी भनक न तो वन विभाग और ना ही प्रशासन को लग सकी। जबकि इस खदान की दूरी जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर बताई गई है। वही जिला मुख्यालय में ही वन विभाग के सभी आला पदाधिकारी का कार्यालय है। जानकारी के अनुसार खदान लगभग 30 फीट गहरा बताई गई है। साथ ही यह काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। जहां अवैध उत्खनन को लेकर खनन माफियाओं द्वारा वन प्राणियों को नुकसान पहुंचाते हुए विस्फोटक का भी इस्तेमाल किया जाता रहा है। संभावना जताई जा रही है कि अवैध चाल धसने की घटना उत्खनन को लेकर किए गए विस्फोट के कारण हुई है। दुर्घटना की पुष्टि एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने करते हुए बताया कि फिलहाल 2 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं वहीं अन्य की तलाश की जा रही है।