रामगढ़।
झारखंड से बच्चियों की तस्करी के मामले आए दिन सामने आ रहे है। ऐसे ही एक मामले में पुलिस की तत्परता से एक बच्ची बिकने से बच गई। रामगढ़ पुलिस ने तस्कर गिरोह के मंसूबे को विफल करते हुए ना सिर्फ अपह्त नाबालिक लड़की को बरामद किया बल्कि एक तस्कर को भी गिरफ्तार कर लिया है। मामले की पुष्टि गुरुवार को डीएसपी हेडक्वार्टर प्रकाश सोए ने गोला थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर की। उन्होंने बताया कि कोनारडीह गांव निवासी सुरेश राम मुंडा की नाबालिक बच्ची का अपहरण 3 जनवरी को कर लिया गया था। मामले में थाने में कांड दर्ज किए जाने के बाद अनुसंधान के क्रम में पता चला कि नाबालिक लड़की उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रखी गई है। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए अनुसंधानकर्ता विक्रम सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान अपहरणकर्ता भुवनेश्वर तोमार को गिरफ्तार करते हुए नाबालिक बच्ची को बरामद कर लिया गया। गिरफ्तार तस्कर भुवनेश तोमार बुलंदशहर के अनूपशहर थाना चौक अंतर्गत एचौरा गांव का रहने वाला है। गौरतलब रहे कि लड़कियों के तस्करी को लेकर सक्रिय गिरोह की नजर काफी पहले से झारखंड पर टिकी हुई है। गिरोह द्वारा गरीब परिवार के बच्चों को नौकरी दिए जाने के झांसे में ले जाकर दूसरे जगहों पर बेचने का कार्य किया जाता रहा है।
फेसबुक के जरिए जाल बुनकर लड़की को लिया था अपने चंगुल में
डीएसपी हेड क्वार्टर प्रकाश सोए ने बताया की तस्कर गिरोह ने फेसबुक के जरिए प्यार का जाल बुनकर नाबालिग बच्ची को अपने झांसे में लिया था। सातवीं कक्षा की नाबालिक बच्ची को तस्कर ने पहले फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा। वही बाद में दोनों के बीच फेसबुक के जरिए ही बातचीत होने लगी। बाद में दोनों ने प्यार की कसमें खाई फिर शादी करने का वादा कर दिया। इस बीच भुवनेश ने नाबालिग छात्रा को धनबाद स्टेशन बुलाया। जहां से उसे ट्रेन में बैठा कर बुलंदशहर ले गए। बुलंदशहर में बच्ची को तीन चार अलग-अलग स्थानों पर बंधक बनाकर रखा गया था।