रांची।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफिले को रोकने तथा वाहनों को क्षतिग्रस्त करने की घटना में शामिल उपद्रवियों पर लगाम कसने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। झारखंड पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दिया है।इसके तहत इस मामले में कुछ लोग को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में घटना को गुंडागर्दी करार देते हुए कहा की घटना में शामिल तत्वों को कानून की ताकत का एहसास नहीं है। उन्हें कानून की ताकत का एहसास कराया जाएगा।
डीजीपी ने कहा की वीडियो फुटेज से एक एक की पहचान कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने घटना को साजिश करार देते हुए कहा कि साजिशकर्ता किसी भी हाल में बख्शे नहीं जाएंगे। उपद्रवियों ने पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर पर कातिलाना हमला किया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। दोबारा ऐसी घटना करने वालों के हाथ पैर तोड़ दिए जाएंगे।
डीजीपी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को उकसाने वाले नेताओं से भी पुलिस पूछताछ करेगी और घटना में उनकी भूमिका की जांच होगी। उन्होंने यह भी कहा कि ओरमांझी में बरामद युवती के शव की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। मालूम हो कि ओरमांझी में सोमवार को एक युवती के सिर कटा शव बरामद होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के काफिले को रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान वाहनों में तोड़फोड़ और पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया गया था।