कोडरमा।
कोरोना महामारी के दौर में जहां राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए हवाई जहाज से लाने की व्यवस्था कराई थी। उसी राज्य में वापस काम पर लौट रहे एक मजदूर को छोटा आदमी बताकर राजधानी ट्रेन में चढ़ने से रोक दिया गया। यह घटना कोडरमा रेलवे जंक्शन की है। जानकारी अनुसार हजारीबाग जिले के बरही थाना अंतर्गत बरसोत निवासी रामचंद्र यादव अपने एक साथी अजय यादव के साथ भुनेश्वर जाने के लिए बुधवार की सुबह नई दिल्ली -भुनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस पकड़ने कोडरमा पहुंचे थे। सुबह 5:22 पर जब नई दिल्ली- भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस कोडरमा पहुंची तो वह उस पर चढ़ने के लिए जा रहे तो ट्रेन के टीटीई ने उसे छोटा आदमी कहकर ट्रेन में चढ़ने से रोक दिया।इस दौरान रामचंद्र यादव ने टीटीई को कंफर्म टिकट होने की बात कही। लेकिन टीटीई ने उनकी एक न सुनी और कहा कि राजधानी में बड़ा आदमी चढ़ता है। रामचंद्र टीटीई से टिकट देखने की गुहार लगाते रहे। जिस पर टीटीई ने रामचंद्र यादव पर रौब दिखाते हुए कहा कि अगर ट्रेन में चढ़ोगें तो ₹5000 का फाइन कर देंगे। इस बीच ट्रेन खुल गई। और रामचंद्र ट्रेन पर नही चढ़ सके। ट्रेन के जाने के बाद रामचंद्र यादव ने स्टेशन मास्टर के कक्ष में रखे शिकायत बुक में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
राजधानी के बी6 कोच में बर्थ नंबर 10 व 15 आरक्षित था
रामचंद्र ने बताया की राजधानी के बी6 कोच में बर्थ नंबर 10 व 15 उनका आरक्षित था। उन्होने बताया की उन्हें भुनेश्वर राजधानी जाना था। जहां से विजयवाड़ा और फिर नैनुर जाना था। इसके लिए उसने 8 हजार रुपए खर्च कर ऑन लाइन टिकट बनवाया था। पहले दो बार टिकट बनवाया था। लेकिन टिकट कंफर्म नही हो सका था।
वेशभूषा देखकर टीटीई ने ट्रेन में चढ़ने से किया मना
रामचंद्र यादव ने बताया कि वे नैनुर में पोकलेन ऑपरेटर का काम करते हैं। लॉकडाउन में काम बंद हो जाने के कारण वे घर आए थे। दोबारे से काम शुरू होने होने पर वे काम पर लौट रहे थें। रामचंद्र यादव ने बताया कि ठंड के मौसम के कारण वे शॉल ओढ़ कर स्टेशन पर पहुंचे थे। देहाती वेशभूषा में देखकर टीटीई ने उनके साथ ऐसा बर्ताव किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना से उन्हें काफी निराशा हुई है।
शिकायत को धनबाद रेल मंडल के वरीय पदाधिकारियों को फॉरवर्ड कर दी गई है
इधर ट्रेन के टीटीई द्वारा यात्री से की गई इस तरह के बर्ताव पर स्टेशन प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि यात्री द्वारा दर्ज कराए गए शिकायत को धनबाद रेल मंडल के वरीय पदाधिकारियों को फॉरवर्ड कर दी गई है।