नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष की आखिरी मन की बात मैं रविवार को कहा कि देश के युवाओं में कैन डू की एप्रोच है और विल डू की स्पीरिट है। उनके लिए कोई चुनौती बड़ी नहीं है और ना पहुॅच से कुछ भी दूर है। देश में युवाओं की प्रचुरता देख आनंद महसूस होता है।
मोदी ने गुरु तेग बहादुर, माता गुजरी, गुरु गोविंद सिंह और चारों साहेबजादे को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश की संस्कृति, सभ्यता और हमारी रीति-रिवाजों को बचाने के लिए बड़ा बलिदान दिया है, आज उन्हें याद करने का दिन है। मोदी ने 2020 की चुनौतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि कोविड-19 से देशवासियों की सोच में बड़ा परिवर्तन आया है। इसे आंकना आसान नहीं है पर चुनौतियों का सामना करने के लिए देश में जो सामर्थ्य पैदा हुआ वहीं आत्मनिर्भरता है।
मोदी ने कहा की जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग पूरी विश्व के लिए प्रेरणा बना। प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल की बात का उल्लेख करते हुए कहा कि अब ग्राहक भी इंडिया मेड खिलौने की मांग करते हैं। उन्होंने भारत के लोगों की मेहनत से बने उत्पादों का ही इस्तेमाल करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने गीता की विशेषता का उल्लेख किया तथा नए वर्ष में देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने पर जोर दिया।