जमशेदपुर
गुजरात एटीएस ने रविवार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के दाहिने हाथ माने जाने वाले अब्दुल मजीद कुट्टी को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया है। अब्दुल माजिद अपना नाम बदलकर मानगो सहारा सिटी में रह रहा था। बीच में मलेशिया में रहा। एक वर्ष पूर्व उसने जमशेदपुर में अपना ठिकाना बनाया था। वह पिछले 24 साल से फरार चल रहा था। इस सफलता से एटीएस को दाऊद के कई राज मिलने की संभावना है। वर्ष 1996 में गुजरात और महाराष्ट्र को दहलाने की नियत से दाऊद द्वारा भेजे गए विस्फोटको को इकट्ठा करने का आरोप अब्दुल माजिद पर है।
पुलिस ने 23 फरवरी 1996 को मेहसाणा के गेस्ट हाउस में छापेमारी कर 106 पिस्तौल, 750 कारतूस और 4 किलोग्राम आरडीएक्स बरामद किया था। छापेमारी के बाद से ही अब्दुल मजीद फरार था, जबकि अन्य शामिल अपराधियो को पहले ही गिरफ्तार किया जा चूका है। जमशेदपुर के एसएसपी डा. एम तमिल वाणन ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि गुजरात एटीएस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि अब्दुल मजीद जमशेदपुर में छिपा है। इसके बाद टीम यहां पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
मालूम हो कि 1996 की छापेमारी में जब्त की गई पिस्तौल और गोलियां पाकिस्तान निर्मित थी। हथियारो की यह खेप भारत के राजस्थान के बाड़मेर की सीमा से मुंबई और अहमदाबाद तक पहुंचायी जानी थी। छापेमारी की कार्रवाई के बाद से माजिद मलेशिया चला गया था। उल्लेखनीय हो की गुजरात एटीएस ने कुछ माह पूर्व दाउद के खास आदमी बाबू सोलंकी को भी गिरफ्तार किया था। सोलंकी भी पिछले 14 वर्षो से भगोड़ा घोषित था। गुजरात एटीएस सोलंकी के खिलाफ जबरन वसुली, अपराधिक धमकी और अपराधिक साजिश के अन्य मामलों की जांच कर रही है।