रांची।
पुलिस ने सोमवार की सुबह प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के जोनल कमांडर 15 लाख के इनामी नक्सली जीदन गुड़िया को मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस ने घटना स्थल से एक एके-47 भी बरामद की गई है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से उग्रवादी का शव भी बरामद कर ली है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ एवं पुलिस के जवान खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में अभियान पर निकले थे। इस बीच मुरहू जंगल में पीएलएफआई उग्रवादियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हो गयी। जिसमें नक्सली जीदन गुड़िया को मार गिराया गया। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि फिलहाल इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
आईजी ने बताया कि पुलिस को लंबे समय से जीदन गुड़िया की तलाश थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह अपने दस्ते के साथ कोयंग्सर पहाड़ी इलाके में घूम रहा है। इसकी सूचना पर जवान सर्च अभियान चलाते हुए मौके पर पहुंचे थे। जहां पर उग्रवादियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई में जीदन गुड़िया को मार गिराया गया। मालूम हो कि पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के बाद संगठन में जीदन गुड़िया का दूसरा स्थान था
जीदन गुड़िया पीएलएफआई में 10 वर्षों से सक्रिय था। जीदन ने 2013 में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो की हत्या के लिए ₹5 करोड़ की सुपारी ली थी। उसने दो बार सुदेश महतो की हत्या की कोशिश भी की पर असफल रहा था। इस बात का खुलासा 2018 में पुलिस की पूछताछ में पीएलएफआई के जोन्हा एरिया कमांडर देव सिंह मुंडा ने की थी। जनवरी 2014 में सिल्ली में आयोजित प्रतिभा दर्शन महोत्सव और फरवरी में जोन्हा में एक शादी समारोह में सुदेश महतो की हत्या की योजना बनाई गई थी पर हमले से कुछ घंटे पहले ही अनगढ़ा पुलिस ने जीदन के साथ नक्सली संजय पातर मुंडा को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस को इस घटना से नक्सली संगठन को भारी झटका लगा है। मृतक नक्सली के खिलाफ विभिन्न थानों में करीब 100 से अधिक मामले दर्ज हैं।