पटना।
राजद की सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि तैयार रहें 2021 में हो सकता है बिहार विधानसभा का मध्यावधि चुनाव। उन्होंने कहा कि आप सोच रहे हैं कि विधानसभा का चुनाव खत्म हो गया है तो भूल में है। अगले वर्ष यहां फिर चुनाव हो सकता है। तेजस्वी ने कहा कि चुनाव में हमारी हार दुश्मनों से नहीं बल्कि अपने ही आस्तीन के सांप से हुई है। हम सामने के दुश्मन से लड़ सकते हैं, पर भीतरघात से नहीं लड़ा जा सकता है।
तेजस्वी ने पार्टी परंपरा में बदलाव की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि पुरानी परंपरा से पार्टी का भला नहीं होगा। तेजस्वी ने कहा कि माइंड पूरी तरह क्लियर करें, जिन्हें चुनाव लड़ना है वह पार्टी पदाधिकारी ना बने। सभी की रिपोर्ट लालू जी के पास रख दी गई है। सब को चुनाव लड़ना होता है, यह स्वाभाविक भी है। लेकिन एक सीट पर एक ही उम्मीदवार हो सकता है। हमने पूरे समीकरण को ध्यान में रखकर उम्मीदवार उतारे थे। पार्टी ने जब उम्मीदवार तय कर दी थी, तब भीतर गलत नहीं होना चाहिए। इन सब के बावजूद हमने मजबूती से चुनाव लड़ी और बेहतर प्रदर्शन भी किया है।
हालांकि तेजस्वी ने हार का ठीकरा महागठबंधन पर नहीं फोड़ा। बैठक में 23 दिसंबर को बड़े पैमाने पर किसान नेता चौधरी चरण सिंह की जयंती मनाने व जिला मुख्यालय में किसान गोष्ठी आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। मौके पर राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपनी हार का ठीकरा पार्टी के पोलिंग एजेंट पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि पोलिंग एजेंट समय पर मतदान केंद्र नहीं पहुंचे थे, जिसके कारण गड़बड़ी हुई।