चंडीगढ़।
कृषि कानूनो को रद्द कराने को लेकर आंदोलनरत किसानो ने शनिवार को कई राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से लेकर स्टेट हाइवे के टोल प्लाजा को अपने नियंत्रण में लेकर फ्री कर दिया। प्रदेश के ज्यादातर टोल प्लाजा दोपहर तक फ्री किए जा चूके है। किसानो ने टोल प्लाजा को कब्जे में लेकर वाहनो की फ्री एंट्री करवायी। किसान संधो और सरकार के बीच अब तक सहमति नहीं बनने पर आंदोलन को और धारदार बनाने की रणनीति बनायी गई है। रणनीति के तहत पहले चरण की शुरूआत टोल प्लाजा को फ्री करवाने से की गई।
टोल फ्री की शुरुआत सीएम सिटी करनाल से की गई। इस बीच किसानो ने हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके उपरांत शंभू बार्डर स्थित टोल प्लाजा, एनएच-9 के मय्यड़ टोल प्लाजा, एनएच-52 स्थित बाड़ो पट्टी टोल प्लाजा को फ्री करवाया। आंदोलनरत्त किसानो ने पंजाब सीमा से लगे जींद-पटियाला मार्ग के खटकड़ टोल प्लाजा को जनता के लिए खोल दिया। फिलहाल किसान एनसीआर के टोल प्लाजा पर कब्जा नहीं जमा सके है। रेवाड़ी-रोहतक एनएच, हिसार-कैथल मार्ग, दिल्ली-गुरूग्राम बॉर्डर, दिल्ली फरीदाबाद बार्डर के टोल प्लाजा पर कब्जा नहीं जमा पाए है। यहां सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए है।