“उत्पाद विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर छापामार कर जप्त किया ,साथ ही दो व्यक्ति की गिरफ्तारी “

“विभाग के खास सूत्र का कहना है कि अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री केन्द्र रांची ही माना जाता है “
“हजारीबाग मे बरामद अवैध शराब का तार रांची से जुड़े होने की चर्चा जोरो पर “
Hazaribagh: उत्पाद विभाग ने दारू प्रखंड के जौनिया गांव में एक बंद पड़े घर से लगभग 1 करोड़ रुपए की शराब जब्त की है। छापेमारी के दौरान मौके पर कोई व्यक्ति नहीं मिला। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह मकान लंबे समय से बंद था। इसका इस्तेमाल अवैध शराब के भंडारण के लिए किया जा रहा था। विभाग अब जांच कर रहा है कि यहां शराब कहां से आया और इसका नेटवर्क कितना बड़ा है। 1500 पेटी शराब घर में छिपा कर रखी गई थी। इसकी सूचना उत्पाद विभाग को मिली। जिसके बाद उत्पाद विभाग में ऑपरेशन चलाकर शराब को जब्त किया।
सूचना मिली थी कि छोटे पैमाने पर शराब की तस्करी की जा रही है। जब ऑपरेशन चलाया गया तो उत्पाद विभाग के होश उड़ गए। एक घर से 1500 पेटी शराब की बरामद की गई। अब यह पता लगाया जा रहा है कि शराब असली है या नकली। शराब कहां से लायी गयी और कहां खपाने की तैयारी थी।
सहायक उत्पाद आयुक्त शिव कुमार साहू ने बताया कि यह घर उमेश साव का है, राहुल साव किराए पर लेकर यह गोरखधंधा चल रहा था। इस पूरे प्रकरण में राहुल साव और अर्जुन साव को मुख्य आरोपी बनाया गया है। पहले से ही इन लोगों के ऊपर अवैध शराब को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि किसी गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन बहुत जल्द गिरफ्तारी भी हो जाएगी।
सहायक उत्पाद आयुक्त में यह भी कहा पिछले एक सप्ताह से विभिन्न स्रोत से जानकारी इकट्ठा की जा रही थी। प्रारंभिक जानकारी मिली थी कि 500 पेटी शराब रखी गई है। तीन अवर निरीक्षक उत्पाद सुमितेश कुमार, कृष्णा प्रजापति और भुवनेश्वर नायक और सशस्त्र बल के साथ ये अभियान किया गया। जिसमें 15000 शराब की बोतल बरामद की गई जिसकी अनुमानित कीमत 1 करोड़ रुपए है।
बरामद शराब को कर्नाटक से हजारीबाग लाया गया था। माना जा रहा है कि होली के दौरान शराब बिहार भेजने की तैयारी चल रही थी।सूचना समय से मिलने के कारण यह सफलता विभाग को मिली है।चर्चा है कि इस अनैतिक गोरखधंधा मे रांची के कुछ माफिया की भी मिलीभगत हो सकती है।
रांची मे उत्पाद विभाग के अधिकारियों की बिशेष कृपा से छुट प्राप्त होती रही है ।राजधानी मे बाहर से अवैध शराब जो आते है उसे डम्प किया जाता है।अवैध विदेशी शराब के उत्पादन का मुख्य केन्द्र भी रांची के ग्रामीण क्षेत्र मे चलाने की खबर मिली है।विभाग के अधिकारी को एक एक स्थान की खबर है परन्तु शेटिग टु गेटिग और हफ्ता बंधा होने के कारण अधिकारी नजर भी नही उठाते।