वाराणसी।
देव दीपावली पर्व को लेकर वाराणसी के गंगा घाटों को विशेष तौर पर सजाया जा रहा है। धर्म नगरी काशी में इस बार का देव दीपावली पर्व ऐतिहासिक होगी। राजघाट से सामने घाट तक गंगा किनारे पहले 8 किलोमीटर के दायरे में 15 लाख दिए जलाए जाएंगे। सभी घाटों को भव्य रूप से सजाने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा घाटों पर सुमधुर संगीत भी गूंजता रहेगा। पथरीले अर्धचंद्राकार गंगा के घाटों और किनारे के भवनों पर सजे आकर्षक विद्युत झालरों की सजावट के बीच घाटों पर दीयों की अकल्पनाओं में जगमगाते गंगा की लहरों को स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निहारेंगे।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार क्रूज पर सवार प्रधानमंत्री गंगा में सफर करते हुए दीपोत्सव की छटा निहारेगें। खिड़कियां घाट पर पहुंचकर प्रधानमंत्री लेजर शो भी देखेंगे। इस दौरान घाट पर प्रोजेक्टर के माध्यम से काशी की महिमा, शिव की महिमा एवं गंगा अवतरण का भव्य प्रदर्शन होगा। प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पर्यटन व धर्मार्थ मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी भी इस अद्भुत पल के साक्षी बनेंगे।
उल्लेखनीय हो कि देव दीपावली पर्व 30 नवंबर को है। दुनिया के सबसे बड़े जल पर्व पर काशी के सभी गंगा घाटों पर सतरंगी विद्युत लड़ियां, आतिशबाजी, तट पर खास लेजर लाइट और फूलों के वन्दनवार गेट, रेड कारपेट पर अद्भुत गंगा आरती का नजारा देखने लाखों श्रद्धालु जुटते हैं। जिसमें विदेशी मेहमान भी शामिल है। पर्व के दौरान शीतला घाट, दशाश्वमेध, राजेंद्र प्रसाद, पंचगंगा, अस्सी घाट, खिड़किया घाट पर सर्वाधिक भीड़ जुटती है। दशाश्रमेध घाट पर इंडिया गेट की अनुकृति बनाकर अमर जवान ज्योति जलाई जाती है सेना के जवान शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं।