झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार अपने चरम पर है और अब एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिमार्क्स (ADR) द्वारा जारी रिपोर्ट ने राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मचा दी है। 20 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दूसरे चरण में चुनावी मैदान में उतरे 528 उम्मीदवारों में से 28% पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 24% करोड़पति हैं।
झारखंड चुनाव: 148 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले, जानिए किस पार्टी के उम्मीदवार सबसे विवादित
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे चरण के चुनावी उम्मीदवारों में से 148 (28%) उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 122 (23%) पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि भाजपा, बसपा, झामुमो, कांग्रेस, आजसू और राजद जैसे प्रमुख राजनीतिक दलों के टिकट पर खड़े उम्मीदवारों में भी आपराधिक छवि वाले नेताओं की संख्या बहुत ज्यादा है।
अकेले भाजपा और कांग्रेस में आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की संख्या चौकाने वाली
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भाजपा के 32 उम्मीदवारों में से 14 (44%) पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि कांग्रेस के 12 उम्मीदवारों में से 5 (42%) पर ऐसे मामले हैं। बसपा, झामुमो और अन्य दलों में भी आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों की संख्या चिंताजनक है।
कभी करोड़पति तो कभी आरोपी: जानें कौन हैं सबसे अमीर उम्मीदवार और उनके आपराधिक मामलों की पूरी सूची
रिपोर्ट के मुताबिक, 127 उम्मीदवार (24%) करोड़पति हैं, जिनकी कुल संपत्ति औसतन 2.53 करोड़ रुपये है। भाजपा, झामुमो और कांग्रेस जैसे दलों के उम्मीदवारों में से कई करोड़पति हैं, जिनमें भाजपा के 23 (72%) और झामुमो के 18 (90%) उम्मीदवार करोड़पति बताए गए हैं। समाजवादी पार्टी के अकील अख्तर 402.99 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे अमीर उम्मीदवार हैं।
एडीआर रिपोर्ट में खुलासा: 47% उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता 12वीं तक, 1 उम्मीदवार निरक्षर
रिपोर्ट में उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता का भी ब्योरा दिया गया है। 247 (47%) उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता 5वीं से 12वीं कक्षा तक है, जबकि 234 (45%) उम्मीदवारों ने स्नातक या उससे ऊपर की शिक्षा हासिल करने का दावा किया है। इसके अलावा, 34 उम्मीदवारों ने खुद को केवल साक्षर और 1 उम्मीदवार ने निरक्षर घोषित किया है।
झारखंड विधानसभा चुनाव: युवाओं और बुजुर्गों की बेमेल तस्वीर – उम्मीदवारों की आयु में है बड़ा फर्क
आयु के हिसाब से देखा जाए तो 42% उम्मीदवारों की उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच है, वहीं 46% उम्मीदवारों की उम्र 41 से 60 वर्ष के बीच है। सिर्फ 12% उम्मीदवार ही 61 से 80 वर्ष की उम्र के बीच के हैं। यह आंकड़े उम्मीदवारों के आयु-समूह में फैले विभिन्न मतों और संघर्षों की ओर इशारा करते हैं