koderma news : कोडरमा विधानसभा क्षेत्र के करीब 4 लाख मतदाता कुल 13 उम्मीदवारों का भाग्य लिखने को तैयार है। बहरहाल त्रिकोणात्मक संघर्ष मं ऊंट किस करवट बैठेगी यह आनेवाला दिन ही बताएगा। हालांकि 10 निर्दलीय उम्मीदवार तो हासिए पर नजर आ रहे हैं, जबकि भाजपा की उम्मीदवार डा. नीरा यादव, राजद उम्मीदवार सुभाष यादव के बीच कड़ी टक्कर दिख रही है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी शालिनी गुप्ता के बीच संर्घष को त्रिकोणीय बनाने में जूटी हैं। भाजपा प्रत्याशी डा. नीरा यादव हैट्रिक लगाने के लिए तीसरी बार चुनावी मैदान में है, जबकि राजद प्रत्याशी सुभाष यादव पहली बार कोडरमा से भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी शालिनी गुप्ता पुन: दूसरी बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भाग्य अाजमा रही है। शालिनी ने वर्ष 2019 के आम विधानसभा चुनाव में करीब 45 हजार मत पाकर सबको चौंका दी थी। इस बार भी वह पूरी तौर पर जोर आजमाईश कर रही है।
भाजपा प्रत्याशी डा. नीरा यादव के पास कैडर परंपरागत वोटर और जातीय समीकरण तथा संगठन की ताकत है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और आसाम के सीएम हिमंत विश्वा शर्मा ने जनसभाओं के माध्यम से लोगों को रिझाया है। बिहार के सांसद सह विधानसभा प्रभारी सिग्रीवाल यहां कैंप कर रहे हैं। जबकि निर्दलीय प्रत्याशी शालिनी गुप्ता भाजपा के कोर वोटर में सेंध लगाने में कामयाब दिख रही है। वोट में भी यही ट्रेंड दिखा तो भाजपा के लिए मुश्किल पैदा कर सकती है।
जबकि राजद प्रत्याशी सुभाष यादव ने भी क्षेत्र के कई इलाकों में तेजी से पकड़ बनाया है। राजद का पूरा कुनबा उनके चुनावी प्रचार में लगा है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव व बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की यहां जनसभा हो चुकी है। कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज राजद के प्रचार-प्रसार में लगी है। अल्पसंख्यक मतदाताओं का भी झुकाव है। एससी वोट भी राजद के पक्ष में गाेलबंद होता दिख रहा है। सुभाष यादव जिन्हें हाल ही में जेल से बेल मिला। चुनाव में साफ़ तौर पर एमवाई के समीकरण के सहारे विधायक बनने की राह आसान करने के लिए राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद को स्वयं कोडरमा में कैम्प करना पड़ा। इन दोनों के बीच के गणित को बनाने और बिगाड़ने का काम शालिनी गुप्ता कर रही है। राजद साफ़ तौर पर ख़ुश है कि शालिनी गुप्ता जितना भी वोट काटेंगी वे सभी भाजपा का ही परंपरागत वोट रहा है और इससे राजद को फ़ायदा होगा।