झारखंड विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच साहिबगंज के सिदो-कान्हू मुर्मू के वंशज और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए मंडल मुर्मू को जान से मारने की धमकी देने वाला एक मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस मैसेज में दावा किया गया है कि मंडल मुर्मू का सिर लाने वाले को 50 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। यह धमकी भरा मैसेज “सिदो कान्हू बाइसी समिति” की ओर से भेजा गया बताया जा रहा है और इसमें एक फोन नंबर भी शामिल है, जो कि धमकी देने वाले का है।
मंडल मुर्मू के खिलाफ इस खतरनाक और आपराधिक धमकी ने झारखंड के राजनीतिक और सामाजिक माहौल में हड़कंप मचा दिया है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपई सोरेन ने इस मैसेज का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए इसे “राजनीति का निम्नतम स्तर” करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी धमकियां झारखंड की शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती हैं और इनका कड़ा संज्ञान लिया जाना चाहिए। चंपाई सोरेन ने झारखंड पुलिस और साहिबगंज पुलिस को टैग करते हुए अनुरोध किया कि इस आपराधिक मानसिकता वाले व्यक्ति और उसके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मंडल मुर्मू को सुरक्षा देने का अनुरोध
चंपाई सोरेन ने झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और साहिबगंज के जिला निर्वाचन पदाधिकारी से भी अपील की कि मंडल मुर्मू के परिवार की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया जाए। उन्होंने लिखा कि चुनाव के माहौल में इस तरह की धमकियां लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ हैं और ऐसे में मंडल मुर्मू और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करना अनिवार्य हो जाता है।
अपहरण की अफवाहें और हालिया धमकी ने बढ़ाया तनाव
ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले भी मंडल मुर्मू के बारे में अक्टूबर में अपहरण की अफवाहें फैलाई गई थीं, जिसके चलते साहिबगंज में उनके परिवार ने थाने में सनहा दर्ज करवाया था। हालांकि, बाद में धनबाद पुलिस ने पुष्टि की कि मंडल मुर्मू का अपहरण नहीं हुआ था। पुलिस जांच के बाद पता चला कि वह भाजपा के एक कार्यक्रम के लिए रांची जा रहे थे। इस घटना के बाद भी मंडल मुर्मू ने कहा था कि उन्हें लगातार अनजाने खतरे महसूस हो रहे हैं।
हेमंत सोरेन के प्रस्तावक रहे हैं मंडल मुर्मू, भाजपा में शामिल होने पर बढ़ी रार
मंडल मुर्मू का हाल ही में भाजपा में शामिल होना भी इस मामले को और विवादास्पद बनाता है। पूर्व में वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के मुखिया हेमंत सोरेन के प्रस्तावक रहे हैं, लेकिन अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। चुनाव से पहले उनके इस फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया था और उन्हें राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के निशाने पर ला दिया।
मंडल मुर्मू ने अपनी जान को लेकर चिंताएं भी जताई हैं, विशेष रूप से चुनावी माहौल में। उनका कहना है कि चुनाव के दौरान इस तरह की धमकियों से न केवल उनका बल्कि उनके परिवार का जीवन भी संकट में है।
चंपई सोरेन ने इसे बताया राजनीति की गिरावट
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि राजनीति में इस तरह की धमकियों का आना बहुत ही चिंताजनक और निंदनीय है। उन्होंने कहा, “हमारे समाज में इस प्रकार की गंदी राजनीति के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।” चंपाई सोरेन ने ऐसे मामलों को राजनीति में “निम्नतम स्तर” का परिचायक कहा और झारखंड पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस की जांच और सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
झारखंड पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और साहिबगंज पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर इस धमकी भरे मैसेज की जांच शुरू कर दी है। इस मामले पर सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोगों ने इस घटना को “राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का खतरनाक रूप” बताया, जबकि अन्य ने इसे “जनता को विभाजित करने की सोची-समझी साजिश” करार दिया।
झारखंड में विधानसभा चुनाव के बीच मंडल मुर्मू को मिली इस धमकी ने राज्य में चुनावी माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। इस तरह के आपराधिक और असामाजिक संदेशों से न केवल राजनीतिक माहौल खराब होता है बल्कि आम जनता में भी भय का वातावरण बनता है। झारखंड की जनता अब पुलिस और प्रशासन से इस मामले पर कड़ी कार्रवाई और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की उम्मीद कर रही है