बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के कारण बिहार के मौसम में बड़ा बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 24 से 29 अक्तूबर के बीच राज्य के दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-मध्य, और उत्तर-पूर्व जिलों में तेज बारिश और वज्रपात का पूर्वानुमान जारी किया है। विभाग ने इन इलाकों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी दी है।
जबरदस्त बारिश और ठनका गिरने का अलर्ट
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, जहानाबाद, लखीसराय, नवादा, गया, कटिहार, पूर्णिया, और किशनगंज जिलों में चक्रवाती तूफान का सबसे अधिक असर देखने को मिल सकता है। इन क्षेत्रों में जोरदार मेघ गर्जना, वज्रपात, और भारी बारिश का अनुमान है। खासकर ठनका गिरने का खतरा बना हुआ है, जिससे सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
तापमान में गिरावट और नमी में इजाफा
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से बिहार के मौसम में व्यापक बदलाव होंगे। दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है, जबकि रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी का अनुमान है। हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से वातावरण में भारी बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि, कुछ जिलों में दिन के समय तापमान कम होने की संभावना है, जिससे लोगों को ठंड का एहसास होगा।
दीपावली पर मौसम रहेगा सामान्य
हालांकि, दीपावली के समय तक मौसम सामान्य रहने की उम्मीद है। IMD का कहना है कि इस चक्रवात का असर सीमित अवधि के लिए ही रहेगा और दीवाली के दौरान किसी बड़े मौसमीय बदलाव की संभावना नहीं है। त्योहार के दौरान मौसम सामान्य बना रह सकता है, जिससे लोगों को राहत मिलेगी।
बदलते मौसम के बीच रहें सतर्क
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है, खासकर उन इलाकों में जहां तेज हवाएं और वज्रपात का खतरा है। चक्रवाती तूफान के प्रभाव से जुड़ी किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं