बिहार के आगामी विधानसभा उप-चुनाव के लिए जन सुराज ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली इस पार्टी ने इमामगंज विधानसभा सीट से डॉ. जितेंद्र पासवान और बेलागंज सीट से प्रो. खिलाफत हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रशांत किशोर ने गया जिले में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जन सुराज की उम्मीदवार चयन प्रक्रिया पारदर्शी और योग्यता आधारित है। “हम मजबूत नहीं, सही लोगों को चुनते हैं,” प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया।
प्रो. खिलाफत हुसैन का परिचय
बेलागंज से उम्मीदवार बनाए गए प्रो. खिलाफत हुसैन, मिर्जा गालिब कॉलेज में गणित विभाग के विभागाध्यक्ष रह चुके हैं। वे शिक्षा के क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय हैं और समाज में अपनी स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते हैं। प्रशांत किशोर ने उन्हें एक ऐसा नेता बताया जो न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी गहरी समझ रखते हैं।
इमामगंज से डॉ. जितेंद्र पासवान पर भरोसा
इमामगंज विधानसभा से उम्मीदवार बने डॉ. जितेंद्र पासवान ने अपने चिकित्सा पेशे के जरिए जनता की सेवा में उल्लेखनीय योगदान दिया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि डॉ. पासवान ने इमामगंज की गरीब जनता को न्यूनतम शुल्क पर इलाज कर उनकी मदद की है, और इसी कारण उन्हें जन सुराज के उम्मीदवार के रूप में चुना गया है।
जन सुराज की चयन प्रक्रिया पर जोर
प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी की चयन प्रक्रिया पर बोलते हुए कहा कि जन सुराज का उम्मीदवारों का चयन अन्य दलों की तरह पैसे लेकर या पारिवारिक संबंधों पर आधारित नहीं होता। “हमारा ध्यान योग्यता, ईमानदारी और जनता के बीच रहे नेताओं पर है। पटना के एक कमरे में बैठकर फैसला लेने की जगह हम क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं की राय को महत्व देते हैं,” किशोर ने कहा।
बिहार की राजनीति में बदलाव का वादा
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि जन सुराज बिहार को बेहतर बनाने के अपने वादे पर कायम है, और वह अपने उम्मीदवारों के जरिए प्रदेश की राजनीतिक व्यवस्था में बदलाव लाने की कोशिश करेगा। जन सुराज का उद्देश्य है कि राज्य की जनता को न सिर्फ नेतृत्व में बदलाव मिले, बल्कि उनके मुद्दों का भी ठोस समाधान हो। गया जिले के इन दो प्रमुख सीटों पर जन सुराज के उम्मीदवारों की घोषणा के साथ, उप-चुनाव की सियासी जंग अब और दिलचस्प हो गई है