रांची।
एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना पर रांची पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई ) के एरिया कमांडर सहित पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सलियों में तुलसी पाहन, राजन मूंडा, बबलु करमाली , सुरज व अनूप करमाली शामिल है। इसके अलावे राकेश कुमार दास व प्रदीप गाड़ी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पूरी कार्रवाई डीएसपी नीरज कुमार के नेतृत्व में की गई। नक्सलियों को दो अलग-अलग जगह कांगड़ा और तुपुदाना से पकड़ा गया। पकड़े गए उग्रवादियों से नामकुम थाने में हटिया एएसपी विनीत कुमार, डीएसपी मुख्यालय प्रथम नीरज कुमार एवं स्पेशल ब्रांच के अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में कुछ बड़े खुलासे होने की भी संभावना जताई गई है। इन नक्सलियों के पास से पुलिस ने एक रेगुलर कार्रबाईन सहित तीन देश्राी कट्ट्टा, 25 कारतूस व पांच मोबाइल बरामद किया है। तुलसी पाहन के खिलाफ रांची के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। उग्रवादियों द्वारा पिछले एक माह से रांची के व्यापारियों से रंगदारी की मांग की जा रही थी। वहीं गत दिनों धुर्वा में टेंट व्यापारी के घर गोली बारी की घटना में भी ये शामिल थें।
सूत्रों के अनुसार एसएसपी को सूचना मिलने पर उनके निर्देश पर डीएसपी नीरज कुमार के नेतृत्व में टीम को टाटीसिलवे के रास्ते अनगड़ा और खेलगांव ओपी क्षेत्र में छापेमारी करने भेजा गया था। पुलिस को आता देख एरिया कमांडर तुलसी पाहन फायरिंग के लिए पिस्टल निकालकर डीएसपी की ओर तान दिया। मगर डीएसपी ने सतर्कता बरतते हुए उसे पकड़ लिया। वहीं अन्य पुलिस वाले भी मोर्चा संभाल कर उसे चारों ओर से घेर लिया। मौके से दस्ते में शामिल 2 से 3 सदस्य फरार हो गए। पुलिस गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ के बाद कई जगहों पर छापेमारी भी कर रही है। सूत्रों के अनुसार एसएसपी के निर्देश पर मुख्यालय वन डीएसपी नीरज कुमार ने खेलगांव ओपी एवं अन्य थाना सीमा से तुलसी पहन को गिरफ्तार किया है। वही उसके निशानदेही पर अन्य को गिरफ्तार किया है।
दिनेश गोप ने दिया था हथियार
पुलिस की पूछताछ में तुलसी पाहन ने बताया कि उसे सारे हथिया दिनेश गोप और अवधेश जायसवाल की तरफ से दिए गए थे । दिनेश गोप तुलसी के माध्यम से डर पैदा कर रांची के व्यवसायियों से रंगदारी वसूलना चाह रहा था । उसने बताया कि रांची में टेंट व्यापारी के घर पर उसी ने गोली चलाई थी ।