Bihar Teacher Transfer: बिहार में लंबे समय से तबादला नीति का इंतजार कर रहे शिक्षकों के लिए दुर्गा पूजा से पहले खुशखबरी आई है। राज्य सरकार ने BPSC शिक्षकों के स्थानांतरण की बहुप्रतीक्षित नीति को आखिरकार हरी झंडी दे दी है। शिक्षकों के लिए यह खबर नवरात्रि के उपहार के समान मानी जा रही है। शिक्षा विभाग ने घोषणा की है कि कुछ ही देर में ट्रांसफर पोस्टिंग पॉलिसी को औपचारिक रूप से जारी किया जाएगा, जिससे प्रदेश के लाखों शिक्षक लाभान्वित होंगे।
लंबे इंतजार के बाद मिली राहत
तबादला नीति को लेकर पिछले तीन महीने से शिक्षकों और विभाग के बीच चर्चाएं चल रही थीं। करीब 85 दिनों तक इस मुद्दे पर मंथन के बाद, अब जाकर इसे अंतिम रूप दिया गया है। विभाग के मुताबिक, 30 सितंबर तक तबादला नीति पूरी तरह तैयार हो गई थी, लेकिन अब इसे औपचारिक रूप से जारी करने का समय आ गया है। आज शिक्षा मंत्री इस संबंध में प्रेस को संबोधित करेंगे और नीति के लागू होने की विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।
किन शिक्षकों को मिलेगा फायदा?
सरकार की ओर से जारी इस ट्रांसफर पोस्टिंग नीति का सबसे अधिक फायदा उन शिक्षकों को होगा, जो पति-पत्नी दोनों शिक्षक हैं। इसके अलावा, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे शिक्षक, दिव्यांग शिक्षक, और महिला शिक्षकों को भी इस नीति के तहत प्राथमिकता दी जाएगी। विभाग ने स्पष्ट किया है कि असाध्य रोगों से पीड़ित शिक्षक और शिक्षक दंपति के आवेदन विशेष प्राथमिकता से निपटाए जाएंगे। यह नीति शिक्षकों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है, खासकर उन परिवारों के लिए जो स्थानांतरण का इंतजार कर रहे थे। इससे उनके पारिवारिक और सामाजिक जीवन में संतुलन बनेगा और वे बेहतर तरीके से अपनी सेवाएं दे सकेंगे।
1.87 लाख शिक्षकों की पोस्टिंग का रास्ता साफ
सरकार द्वारा दी गई इस नीति से अब 1.87 लाख शिक्षकों की पोस्टिंग का रास्ता साफ हो गया है। विशेष रूप से वे शिक्षक, जिन्होंने सक्षमता परीक्षा पास की थी, उन्हें अब स्थानांतरण के आधार पर पोस्टिंग मिल सकेगी। इस निर्णय से राज्यभर के शिक्षकों में उत्साह का माहौल है, और उन्होंने इसे सरकार की ओर से नवरात्रि का उपहार करार दिया है। इस फैसले के बाद बिहार के शिक्षा विभाग को भी उम्मीद है कि इससे स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता बेहतर होगी और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस नीति को कैसे लागू करता है और इसका कितना प्रभाव शिक्षकों और छात्रों पर पड़ता है।
शिक्षकों की प्रतिक्रिया
शिक्षक संघ और शिक्षकों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह नीति न केवल उनके जीवन को बेहतर बनाएगी, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूत करेगी