छोटे भाई ने बड़े भाई का डिवोर्स कराने के लिए घर में भाभी का प्रवेश किया बंद
Ramgarh: पति और पत्नी के बीच जब भी कोई लड़की की एंट्री हुई है वह घर बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है। रामगढ़ में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां प्रेमिका के इश्क में डूबे पति ने अपनी पत्नी और बेटे को घर से बाहर निकाल दिया। प्रताड़ना की सारी हदें पार करने के बाद उसने अपने छोटे भाई चांदू बनर्जी के सहारे अपनी पत्नी का घर में प्रवेश भी बंद कर दिया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब शनिवार के शाम पीड़िता रूम्पा बनर्जी अपने बेटे अंकित बनर्जी के साथ रामगढ़ थाने पहुंची। उसने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
रूम्पा बनर्जी ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी वर्ष 2004 में पतरातू बस्ती निवासी चंदन बनर्जी के साथ हुई थी। शादी के कुछ वर्षों बाद ही उसके पति ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। जब मामले की छानबीन की गई तो पता चला कि उसके नाजायज संबंध किसी और लड़की के साथ हैं। इसके बाद उन दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। रूम्पा बनर्जी ने इस दौरान अपने बेटे अंकित को मामा पतरातू प्रखंड निवासी प्रश्नजीत घोषाल के घर भेज दिया। वर्ष 2017 तक चंदन और रूम्पा के बीच विवाद इतना बढ़ा कि मामला डिवोर्स तक पहुंच गया। उन दोनों के बीच कोर्ट में दर्ज इस केस के बाद रूम्पा ने भी मायके का रुख किया और वह भी अपने भाई प्रसन्न जीत घोषाल के घर पहुंच गई।
सात वर्षों तक भाई ने किया भरण पोषण
सात वर्षों तक प्रश्नजीत घोषाल ने ही अपनी बहन और भांजे का भरण पोषण किया। वर्ष 2023 में अंकित बनर्जी ने मैट्रिक की परीक्षा पास की। इसके बाद प्रसन्नजीत घोषाल भी अपने काम के सिलसिले में गुजरात चले गए। पिछले छह महीने से रूम्पा बनर्जी और उनका बेटा अंकित बनर्जी पतरातू बस्ती में ही अपने ससुराल में रह रहे थे। बीते सात वर्षों में भी रूम्पा बनर्जी और उनका बेटा कई बार अपने घर आए और वापस गए। लेकिन अब चंदन बनर्जी ने डिवोर्स के लिए उन लोगों को घर से बाहर निकालने का ही प्लान बना लिया है।
अंकित बनर्जी ने बताया कि पिछले सात वर्षों में 25 से अधिक बार पतरातू बस्ती के उनके घर में उनके लिए ताले लगाए गए हैं। हर बार पुलिस इस मामले में हस्तक्षेप करती है और तब जाकर ताला खुलता है। इस बार घर में रहते हुए उसके पिता चंदन बनर्जी के इशारे पर उसके चाचा चांदू बनर्जी ने उनके कमरे में ताला लगा दिया।