रांची।
नोटबंदी के 4 वर्ष पूरा होने पर रविवार को कांग्रेस ने राज्य के राजधानी सहित कई जिलों में विश्वासघात दिवस मनाया। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने काला बिल्ला लगाकर व सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर अपना विरोध दर्ज कराया। रांची में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे, लाल किशोरनाथ दूबे, आदित्य विक्रम जयसवाल, निरंजन पासवान, शकील अख्तर अंसारी सहित अन्य नेताओं ने अल्बर्ट एक्का चौक पर एक दूसरे व आम राहगीरों को काला बिल्ला लगाकर नोटबंदी का विरोध करते हुए विश्वासघात दिवस मनाया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री, विधायक, सांसद, पूर्व विधायक व प्रदेश पदाधिकारी समेत कई नेता व कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के विरोध में सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर विश्वासघात दिवस मनाया।
कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने कहा कि नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। किसान तबाह हो गए और संगठित क्षेत्र के कामगार बर्बाद हो गए, करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए। पैसा निकालने के दौरान कई लोगों की मौत हुई। महिलाओं की जमा पूंजी छीनी गई। देश के प्रधानमंत्री ने चंद पूंजीपति मित्रों को लाभ दिलाने के लिए पूरे देश की अर्थव्यवस्था का सत्यानाश कर दिया।
प्रवक्ता लाल किशोर नाथ ने विमुद्रीकरण पर अपना विरोध जताते हुए कहा कि नोटबंदी से भाजपा के भ्रष्टाचार का चेहरा उजागर हुआ है। नोटबंदी के बावजूद 99. 30 प्रतिशत विमुद्रीकृत धन व्यवस्था में वापस आ गया। यह इस बात का संकेत है कि काला धन को नहीं मिटाया जा सका। नोट बंदी के कारण गरीब और मध्यम वर्ग प्रभावित हुआ।