Palamu: रामगढ़ थाना क्षेत्र के इस्लामनगर बभंडी निवासी सरजू राम हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस ने सरजू राम की हत्या करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि साजिशकर्ता महिला भक्तिन फरार है। सरजू की हत्या बकाया पैसे मांगने पर महिला ने अंधविश्वास का खेल रच कर सरजू की हत्या करा दी थी। हत्या में शामिल दोनों आरोपित बेटे और पत्नी के बीमार रहने से परेशान थे। इसी का फायदा उठाकर महिला ने सरजू राम द्वारा डायन ओझा लगाकर उन्हें बीमार करने की जानकारी आरोपितों को दी थी। साथ ही ऐसा मोटिवेट किया कि वे हत्या करने पर उतारू हो गए।
डीएसपी मणि भूषण प्रसाद ने मेदिनीनगर शहर थाना में रविवार को बताया कि रामगढ़ थाना क्षेत्र के इस्लामनगर बभंडी के सरजू राम हत्याकांड में उसके पुत्र सीता राम ने रामगढ़ थाना में काण्ड संख्या 24/24 दिनांक-15.05.2024 धारा-302/201/34 भादवि के तहत अज्ञात पर प्राथमिक की दर्ज कराई थी। हत्या के पश्चात साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से शव को घटनास्थल के पास के कुएं में डाल दिए जाने का आरोप लगाया गया था।
अनुसंधान के दौरान पता चला कि सरजू राम काफी दिनों पूर्व से ओझा-गुणी का काम कर रहा था तथा गांव के लोगों के साथ पैसे का लेन-देन भी करता था। उसने लमटी की भक्तिन को भी पैसे दिए थे। सरजू बकाया पैसे मांग रहा था जबकि भक्तिन देना नहीं चाहती थी। बकाया पैसे ना देने के लिए ही उसने ऐसी ख़ौफ़नाक चाल चली। लोकसभा चुनाव के मतदान के दिन बूथ पर मतदान करने के पश्चात ग्राम लमटी की भक्तिन, किसुनदेव उरांव एवं संतोष उरांव घर से भाग गये।
इस बीच 15 जून को किसुनदेव उरांव और संतोष उरांव को घर पर बीते देर रात्रि को चोरी छिपे आते देखा गया है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर मेदिनीनगर के निर्देश पर अनुसन्धानकर्ता ने थाने के अन्य पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों के साथ मिलकर छापेमारी कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों ने भक्तिन के साथ मिलकर सरयू राम को शराब में नशे की गोली खिलाकर बेहोश कर रस्सी एवं ओढनी के सहारे उसकी गला दबाकर हत्या किये जाने की बात स्वीकार की।