Palamu: जिले के अन्य प्रखंडों की भांति लेस्लीगंज में भी सभी घरों तक पानी पहुॅचने को लेकर शुरु की गई सरकार की अति महत्वकांक्षी नल -जल योजना कागजों पर सिमट कर रह गई है। जिसके कारण लोग बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान है। योजना के विफल होने का मुख्य वजह शुरुआत से ही इसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गयी है।
जानकारी अनुसार नल जल का काम जिन ठेकेदारों को एलॉट किया गया है ,वे खुद काम न करके पेटी कन्ट्रेक्टर को बहाल कर दिया। काम चाहे बोरिंग हो, टंकी निर्माण का काम हो या पाईप बिछाने और घरों में नल लगाने का सभी काम पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर दे दिया गया। बाद मूें पेटी कॉन्ट्रैक्टर भी काम न कर काम कर रहे उन्हीं मजदूरों को पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर दे दिया। परिणाम काम में न गुणवत्ता है और न पानी घरों तक पहुंच पा रहा है।
आलम यह है कि कई जगह तो काम भी शुरू नही हुआ है परिणामस्वरूप योजना का लाभ लाभुकों को नहीं मिल पा रहा है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।कुछ ऐसा ही मामला प्रखंड के अमवा-राजपुर गांव की है। गांव वाले आज भी पिरी नदी के चुआंडी से पानी पीने को मजबूर है।ग्रामीणों ने बताया कि नल के जरिये सभी घरों में पानी पहुंचाने के लिए हरिजन टोला में बोरिंग हुआ ,टंकी बनाने के लिये नींव की खुदाई भी हुआ और छड़ सीमेंट ईंटा भी लाया गया,किन्तु अभी तक काम आगे नही बढ़ा और ठेकेदार छड़ सीमेंट सब ले गया। मजबूरन हम गांव वाले अपनी और अपने जानवरों की प्यास पीरी नदी में चुआड़ी के पानी से बुझाते है।
पंचायत के मुखिया कृष्णकांत चौबे से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि ठेकेदार अशोक चंद्रवंशी काम करना ही नही चाहते।कई बार उन्हें काम शुरू करने और लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने का आग्रह किया,किन्तु वे कभी गंभीरता से नही लिया और न काम शुरू किया।जबकि विभाग के एसडीओ राजेश सिंह ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं है ।