Ramgarh: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार को रामगढ़ अंचल के कर्मी अनिल कुमार महली को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसीपी की टीम ने हल्का तीन के कर्मचारी अमित कुमार लोहरा को भी हिरासत में लिया और उनके कार्यालय की तलाशी ली, जहां से कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं।
इस बाबत एसीबी एसपी आरिफ इकराम ने बताया कि हजारीबाग जिले के कोर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत चुरचू गांव निवासी प्रेम शंकर मेहता ने एक शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में की थी। उन्होंने कहा था कि रामगढ़ अंचल अंतर्गत ग्राम बनखेता में 10 डिसमिल जमीन उन्होंने खरीदी है, जिसका दाखिल खारिज हो गया है। वर्ष 2016-17 तक का रसीद कटा हुआ है। उस जमीन को अपने नाम से ऑनलाइन चढ़ाने और ऑनलाइन रसीद निर्गत करने के लिए अंचल कार्यालय में उन्होंने आवेदन दिया था।
प्रेम शंकर मेहता ने कई बार कार्यालय के चक्कर लगाए लेकिन उनका काम नहीं हुआ। इसके बाद कार्यालय के स्टाफ अनिल कुमार महली ने उनसे 25 हजार रिश्वत के तौर पर मांगे। बाद में 10 हजार में यह डील हो गई, जिसका सत्यापन भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पदाधिकारी ने 23 अप्रैल को कराया। इसके बाद भी अंचल कार्यालय के स्टाफ अनिल कुमार महली ने यह कहा कि 10 हजार अभी देना होगा और बाकी पैसे काम होने के बाद देना होगा।
बुधवार को जब एसीबी की टीम ने अनिल कुमार महली जो रामगढ़ अंचल में चौकीदार के पद पर कार्यरत है, वह 10 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। चौकीदार ने यह बयान दिया कि यह रिश्वत राजस्व कर्मचारी अमित कुमार लोहरा से काम करने के लिए लिए थे। बयान के आधार पर हल्का तीन के कार्यालय में तलाशी ली गई। यहां से जमीन की डीड, दाखिल खारिज तथा रसीद की छाया प्रति बरामद हुई। इस बिंदु पर अनुसंधान जारी है।