भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव व महागठबंधन के मुख्यमंत्री प्रत्याशी तेजस्वी यादव सहित कई दिग्गजों के भाग्य का होगा फैसला
पटना।
बिहार विधान सभा चुनाव के 3 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए रविवार को चुनाव प्रचार थम गया।चुनाव के आखिरी दिन सभी पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने जमकर चुनाव रैली किया। दूसरे चरण के लिए राज्य के कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इन सीटों के लिए कुल 1463 उम्मीदवार खड़े हैं। जिन के भाग्य का फैसला होना है। कुल उम्मीदवारों में 1316 पुरुष और 146 महिला प्रत्याशी के अलावा एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में है।
प्रत्याशी अब चलाएंगे डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान
दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार थमने के बाद अब प्रत्याशी डोर टू डोर जनसंपर्क अभियान ही कर पाएंगे। इस दौरान उनके द्वारा किसी प्रकार के चुनावी सभा व प्रचार पर रोक रहेगी। जिन सीटों पर मंगलवार को 4:00 बजे तक मतदान होना है वहां 4 बजे एवं जहां 6 बजे तक मतदान होना है वहां 6 बजे तक चुनाव प्रचार किया गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सह मंत्री नंदकिशोर यादव व महागठबंधन के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के भाग का होगा फैसला
चुनाव के दूसरे चरण में जिन दिग्गज नेताओं के भाग्य का फैसला होना है। उसमें वर्तमान सरकार के पथ निर्माण मंत्री सह भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव, मंत्री राणा रणधीर सिंह ,जदयू नेता संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, मंत्री महेश्वर हजारी के नाम शामिल है। इसके अलावा राजद व महागठबंधन के संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव, उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव के भी मतदान ने भाग्य का फैसला होना है। दूसरे चरण के चुनाव में खड़े उम्मीदवारों में जनता दल यूनाइटेड के 43, भाजपा के 46, कांग्रेस के 24, राजद के 56, लोजपा के 52, रालोसपा के 36, भाकपा के चार, माकपा के चार, बसपा के 33 और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के 29 उम्मीदवार की किस्मत दूसरे चरण के चुनाव में तय होगी।
31 सीटों पर वर्तमान में है राजद का कब्जा
दूसरे चरण के लिए राज्य के 94 सीटों पर मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। इन 94 सीटों में पिछली बार के चुनाव में राजद ने 31, जदयू ने 30, भाजपा ने 22, लोजपा ने दो, और कांग्रेस ने 7 सीटों पर कब्जा जमाया था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि तब के चुनाव में बिहार की राजनीतिक तस्वीर इस बार के चुनाव से काफी भिन्न थी। पिछले चुनाव में जदयू राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन इस बार जदयू भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। जबकि एनडीए गठबंधन में हम पार्टी के जीतन राम मांझी और वीआईपी पार्टी के मुकेश साहनी भी शामिल हैं। जबकि पिछले चुनाव में यह दोनों पार्टियां दूसरे खेमे में थी ।