Garhwa: जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र में गत 19 फरवरी को मंजरी गांव से मिले नर कंकाल मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कंकाल 22 वर्षीय युवती अमृता कुमारी के थे। इस संबंध में उसके पिता मंजरी गांव के भिखारी सिंह ने अज्ञात पर मामला दर्ज कराया था। अनुसंधान के दौरान अमृता का हत्यारा पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के लिधकी के बैना टोला के रहने वाला प्रमोद चौरसिया पिता बिंदा चौरसिया निकला।
गढ़वा के एसपी दीपक पांडे ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि प्रमोद और अमृता के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। अमृता प्रमोद पर शादी करने के लिए दबाव बना रही थी। इसी कारण प्रमोद ने अमृता की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी थी। अमृता सरस्वती पूजा के दिन से गायब थी। 19 फरवरी को उसका कंकाल बरामद किया गया था।
एसपी ने बताया कि प्रमोद और अमृत दोनों साथ में बाहर में काम करते थे। इसी दौरान उनके बीच नजदीकियां बढ़ी थी और प्रेम संबंध स्थापित हुआ था। अमृता का सिर, खून लगा पत्थर, हड्डी, खून लगी मिट्टी, कपड़ा आदि जब्त किया गया। पुलिस टीम में रंका के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रोहित रंजन सिंह, भंडरिया के थाना प्रभारी चंदन कुमार और सहायक और निरीक्षक जनार्दन सिंह दलबल के साथ शामिल थे।