khunti: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के सिलक्यारा टनल में फंसे खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के तीन मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने के बाद तीन गांवों डुमारी, गुमड़ू और मधुगामा में उत्सव का माहौल है। मजदूरों की रिहाई पर बुधवार को गांव में मिठाइयां बांटी गई। लोग अपने-अपने गांव के मजूदरों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि डुमारी के चमरा उरांव, गुमड़ू के विजय होरो और मधुगामा गांव के गणपति होरो उत्तराखंड के टनल में फंसे उन 41 मजूदरों में शामिल थे, जो मौत को मात देकर टनल से सकुशल बाहर निकले हैं।
भले ही टनल में फंसे मजूदरों को सकुशल बाहर निकालने में वहां के मजदूर से लेकर सेना के अधिकारियों और प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने सराहनीय योगदान दिया लेकिन गांव-देहात में सिर्फ एक ही चर्चा है मोदी जी ने बहुत ही अच्छा काम किया। दस वर्ष के बच्चे से लेकर 90 साल तक के बुजुर्ग कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बहुत ही सराहनीय काम किया। उन्होंने 41 मजदूरों को नई जिंदगी देकर उनके परिवार को उजड़ने से बचा लिया।
गुमड़ू गांव की 90 वर्षीय यशोमती देवी कहती हैं, यह सब मोदी जी के कारण संभव हुआ। गुमड़ू गांव के पाहन बोकरो मुंडा ने कहा, हमलोगों के प्रधानमंत्री बहुत अच्छे हैं। उनके कारण ही सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकल पाये। गांव के रहने वाले भाजपा नेता विनोद सिंह, प्रकाश सिंह, प्रताप सिंह और चामू मुंडा ने कहा कि कर्रा प्रखंड के तीन मजदूरों को टनल में बाहर निकालने के लिए गुमड़ू, डुमारी और मधुगामा गांव ही नहीं पूरे झारखंड के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा इस पुनीत कार्य में योगदान देनेवाले सभी लोगों के आभारी हैं। साथ ही कहा कि गांव आते ही मजदूरों का जोरदार स्वागत किया जाएगा।