रांची।
राज्य के दुमका और बेरमो विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई है। दोनो विधानसभा क्षेत्रो में एनडीए एवं गठबंधन के नेता ताल ठोक रहे है। हर दिन नेताओं का जमघट लग रहा है। जीत के दावे चल रहे है। उम्मीदवारो की जीत सुनिश्चित कराने की हर तरकीब अपनाई जा रही है पर दोनो क्षेत्रो के मतदाताओं में चुप्पी है। मालूम हो कि दुमका विधानसभा क्षेत्र से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई वसंत सोरेन गठबंधन के उम्मीदवार है, जबकि यहां से भाजपा ने पूर्व मंत्री लुईस मरांडी पर ही भरोसा जताया है। गत विधानसभा चुनाव में यहां से हेमंत निर्वाचित हुए थे। हेमंत को 81007 तथा लुईस मरांडी को 67819 मत मिले थे। बाद में हेमंत सोरेन ने यहां की सीट छोड़ दी थी। मुख्यमंत्री के भाई की उम्मीदवारी से यह हाट सीट बनी है। यह स्वयं मुख्यमंत्री और गठबंधन नेताओं के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई है, जबकि भाजपा प्रत्याशी की जीत के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी कैंप कर रहे है और लगातार वंशवाद पर हमला कर रहे है। वहीं दूसरी ओर बेरमो विधानसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व यहां के विधायक रहे राजेंद्र सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। गत विधानसभा चुनाव में राजेंद्र सिंह ने भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर महतो को करीब 25 हजार मतो से पराजित किया था। इस बार गठबंधन ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह को मैदान में उतारा है। जबकि भाजपा ने एक बार फिर से योगेश्वर महतो पर ही भरोसा जताया है। बेरमो सीट पर पुन: कब्जा को लेकर यहां कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, केशव महतो कमलेश कैंप कर रहे है।
