Palamu: जिले के छतरपुर इलाके में पुलिस ने 28 लाख रुपये की अवैध शराब की एक बड़ी खेप को पकड़ी है। फ्रूट जूस की पेटी में छुपा कर शराब को पंजाब और हरियाणा के रास्ते छतरपुर लाया गया था। यहां से छोटी-छोटी गाड़ियों में भरकर बिहार के अलावा अन्य राज्यों में बेचने की योजना थी। उससे पहले ही पुलिस ने तस्करों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। सोमवार को बरामद शराब और गिरफ्तार तस्करों के संबंध में छतरपुर के एसडीपीओ अजय कुमार ने जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के चौखड़ा में अवैध शराब की एक बड़ी खेप कंटेनर ट्रक से तस्करी कर लायी गयी है। उक्त सूचना के आधार पर कार्रवाई के लिए एक छापेमारी टीम गठित की गई। टीम ने चौखड़ा के लल्लू यादव के घर के पास एक 12 चक्का ट्रक बरामद किया। जिस पर से कुछ लोग शराब उतार कर लल्लू यादव के घर पर रख रहे थे। पुलिस को देखकर सभी भागने लगें, तुरन्त पुलिस ने तीन तस्करों को दौड़ाकर पकड़ लिया।
पूछताछ के क्रम में ट्रक चालक ने बताया कि पंजाब के पटियाला से तस्करी कर उक्त शराब को लल्लू यादव के यहां पहुंचाने आये थे। 28 लाख की 345 पेटी में शराब और बगल में जूस की पेटी रखी हुई थी, जिससे की तस्करों को बॉर्डर आसानी से पार कर सके। तस्करों में नागेंद्र यादव पिता लल्लू यादव एवं राजदेव यादव पिता तपेश्वर यादव दोनों ग्राम चौखड़ा, थाना छत्तरपुर, चालक मनेंद्र सिंह पिता गुलजार सिंह ग्राम रामहली पिंड, थाना डेराबाबा, जिला गुरदासपुर (पंजाब) के रहने वाले हैं।
एसडीपीओ अजय ने बताया पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश से शराब माफिया का बड़ा खेल होता है। झारखंड में ये लोग फोर लेन से होते हुए बरही-रांची के रास्ते बड़े बड़े ट्रकों से बड़ा खेप लाकर उसे छोटी गाड़ियों से बिहार में सप्लाई करते थे। 2021 में भी लल्लू यादव के यहां गोदाम में रखे 560 गैलेन स्प्रिट पकड़ी गयी थी, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये है, जिसमें वह जेल जा चुका है। इस मामले में लल्लू यादव पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है। उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। जल्द ही पकड़कर पूछताछ की जाएगी और बड़े संलिप्त माफिया को पकड़ा जाएगा।