घटना से आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
गढ़वा। कांडी थाना क्षेत्र के डूमर सोता गांव में बुधवार की सुबह एक सेप्टिक टैंक में दम घुटने 4 मजदूरों की मौत हो गई। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और मजदूरों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया साथ ही इलाज में लापरवाही बरते जाने को लेकर कांडी उप स्वास्थ्य केंद्र में ताला जड़ दिया मरने वालों में डूमर सोता गांव के मिथिलेश कुमार मेहता 35, अनिल कुमार मेहता 25, नागेंद्र मेहता 19 और प्रवीण मेहता 20 के नाम शामिल हैं। मृतकों में नगेंद्र मेहता व मिथिलेश मेहता पिता और पुत्र हैं।
जानकारी के अनुसार गांव के अखिलेश दुबे के नवनिर्मित सेप्टिक टैंक की सेटरिंग खोलने के लिए बुधवार को ठेकेदार मिथिलेश मेहता कुछ मजदूरों के साथ आए थें। मिथिलेश नेता ने सबसे पहले प्रवीण को सेप्टिक टैंक के अंदर भेजा। इसके बाद वह खुद टैंक के अंदर चला गया। इसके बाद नागेंद्र भी टैंक में उतरा। इनके उतरने के बाद अंदर से कोई आवाज वह हलचल नहीं देखे जाने पर आखिर में अनिल कुमार मेहता भी सेप्टिक टैंक में उतर गया। सभी लोग टंकी के अंदर दम घुटने से बेहोश होकर गिर पड़े।
घटना की जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने किसी तरह से उन चारों को टैंक से निकालकर इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कांडी ले गए। जहां केंद्र में डॉक्टर नहीं रहने के कारण सभी मजदूरों को बाद में रेफरल अस्पताल मझिआंव भेजा गया। वहां के प्रभारी डॉ. कमलेश कुमार के अनुसार रेफरल अस्पताल पहुंचने के पहले ही सभी मजदूर दम तोड़ चुके चुके थे। इधर इस घटना को लेकर आक्रोशित लोगों ने कांडी स्वास्थ्य केंद्र के पास मुख्य सड़क को जाम कर दिया। साथ ही इलाज में लापरवाही को लेकर कांडी स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य गेट पर भी ताला लगा दिया। बाद में पुलिस ने आंदोलनकारियों को समझा-बुझाकर रोड जाम समाप्त कराया। साथ ही मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया। मामले में जिले के उपायुक्त ने पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने के अलावा इलाज में लापरवाही बरते जाने को लेकर स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों पर कार्रवाई की बात कही है।