नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए स्वामित्व योजना की शुरुआत की। इस योजना के जरिए लोगों को उनके संपत्ति पर अधिकार को लेकर संपत्ति कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे। योजना के शुरुआत के दौरान लगभग 1 लाख लोगों का प्रॉपर्टी कार्ड तैयार किया गया है। जो डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। योजना के शुरुआत के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामित्व कार्ड प्राप्त करने वाले 1 लाख लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह योजना हमारे देश के गांव में ऐतिहासिक परिवर्तन लाने वाली है। इसके जरिए ग्रामीणों को एक कानूनी दस्तावेज प्राप्त हो रहा है।। उन्होंने कहा कि आज जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख जैसे महापुरुषों का जन्मदिन है। इन दोनों की जयंती ही एक तिथि को नहीं है बल्कि इनके संघर्ष और आदर्श भी सामान है।
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत आज देश ने एक और बड़ा कदम उठाया है। स्वामित्व योजना गांव में रहने वाले ग्रामीण भाई -बहनों को आत्मनिर्भर बनाने में काफी मददगार सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना से गांव में संपत्ति को लेकर होने वाले विवादों पर भी अंकुश लगेगा। वही संपत्ति के स्वामित्व का ग्रामीणों के पास अधिकार पत्र होने से उन्हें बैंक से ऋण लेने के अलावा उनके लिए स्वरोजगार के रास्ते भी प्रशस्त होंगे। वही गांव में संपत्ति को लेकर होने वाले विवाद भी काफी हद तक समाप्त हो जाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के ग्रामीण क्षेत्र के लोग लगभग 6 दशकों तक बैंक खातों से वंचित रहे थे। उन्होंने कहा कि आज देश में बिना किसी भेदभाव के सबका विकास हो रहा है। पशु पालकों, मछुआरों व किसानों को क्रेडिट कार्ड मिलने से बिचौलियों के काली कमाई के रास्ते बंद हो गए हैं। वही यूरिया की नीमकोटिंग किए जाने से इसके गैरकानूनी व्यापार पर रोक लगी है। वहीं किसानों के खाते में सीधे पैसा पहुंचने से बिचौलिए परेशान हो उठे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि गांव और गरीब को आत्मनिर्भर बनाना है साथ ही भारत के सामर्थ्य की पहचान बनाना है। इससंकल्प सिद्धि के लिए स्वामित्व योजना की भूमिका भी बहुत बड़ी है।