Dhanbad: आईआईटी आइएसएम के असिस्टेंट प्रोफेसर यशवंत उजाला (40) की स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान मौत हो गई है। वह रोज की तरह ही मंगलवार को भी अपने मित्रों के साथ आईआईटी आइएसएम परिसर में स्थित स्विमिंग पूल में नहाने गए थे। इसी दौरान वे पूल में डूब गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। इस वजह आईआईटी आइएसएम में होने वाले कई कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया गया।
बताया जाता है कि आईआईटी आइएसएम में माइनिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर यशवंत उजाला (40) हर दिन की तरह सुबह करीब पौने आठ बजे अपने मित्रों के संग आईआईटी आइएसएम परिसर में स्थित स्विमिंग पूल में नहाने गए थे। इसी दौरान उन्होंने स्विमिंग पूल में ऊपर से छलांग लगाई, लेकिन उनके काफी समय तक बाहर नहीं पर उनके मित्रों ने स्विमिंग पूल में उतर कर उन्हें बाहर निकाला, तो वह बेहोश पाए गए। इसके बाद उन्हें आईआईटी आइएसएम के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए धनबाद के एसएनएमएमसीएच ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इस दौरान एसएनएमएमसीएच में आईआईटी आइएसएम के निदेश प्रोफेसर पी राजीव शेखर, उप निदेशक प्रोफेसर धीरज कुमार सहित अन्य प्रोफेसर और कर्मी मौजूद थे। जानकारी के अनुसार मृत असिस्टेंट प्रोफेसर यशवंत उजाला मूल रूप से ओडिसा के रहने वाले थे, फिलहाल उनका परिवार पश्चिम बंगाल के कोलकाता में रह रहा है। उनके एक भाई आईआईटी राउरकेला में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है। शव को अस्पताल की मॉर्चरी में रखवा दिया गया है।
डा. यशवंत ने 2009 से 2013 तक इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलाजी शिबपुर बंगाल से माइनिंग इंजीनियरिंग ब्रांच लेकर बैचलर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद आइआइटी खड़गपुर से 2014 से 2016 तक माइनिंग इंजीनियरिंग में एमटेक किया। 2016 से 2021 तक आइआइटी खड़गपुर से ही माइनिंग इंजीनियरिंग में पीएचडी की थी।
इस घटना के बाद संस्थान के उपनिदेशक प्रो.धीरज कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि डा.यशवंत के स्वजनों को सूचना दे दी गई है। वह मूलरूप से ओडिशा के रहने वाले हैं, लेकिन परिवार खड़गपुर बंगाल में रहता है। पिछले वर्ष ही डा.यशवंत का विवाह हुआ था। स्वजन के शाम तक पहुंचने की संभावना है। आईआईटी आइएसएम में मंगलवार को कई अलग अलग कार्यक्रमों का आयोजन होना था। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी शिरकत करने वाली थी। लेकिन इस दुखद घटना के बाद फिलहाल सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है।