Ranchi: सेना के कब्जे वाली जमीन सहित अन्य भूमि की फर्जी दस्तावेजों के सहारे खरीद-बिक्री से जुड़े मामले में ईडी ने रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन सहित दस के खिलाफ सोमवार को आरोप पत्र दायर किया। ईडी के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की अदालत में ईडी के अधिकारी कागजात लेकर पहुंचे और कोर्ट में जमा किया।
साथ ही ईडी ने कई साक्ष्य और अब तक की जांच में आरोपितों के खिलाफ जो तथ्य सामने आए हैं, उसकी पूरी जानकारी दी है। जमीन घोटाले के अब तक की जांच में अमित अग्रवाल और दिलीप घोष से पहले ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, कथित रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार कर चुकी है।
उल्लेखनीय है कि मामले में 13 अप्रैल को ईडी ने जमीन कारोबारी और खुद को सेना के कब्जे वाले भूखंड का कथित रैयत बताने वाले प्रदीप बागची, राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था। इसके बाद रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को चार अप्रैल को गिरफ्तार किया था। जबकि सात जून को अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को गिरफ्तार किया था।
कोलकाता के व्यवसायी अमित और दिलीप की रिमांड अवधि पूरी, भेजे गए जेल
बरियातू रोड स्थित सेना के जमीन घोटाले मामले में कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद ईडी ने सोमवार को अदालत में पेश किया। ईडी के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की अदालत ने दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेजने का आदेश दिया। उल्लेखनीय है कि बीते नौ जून को अदालत ने ईडी को इन दोनों से तीन दिनों तक रिमांड पर पूछताछ की अनुमति दी थी। दोनों की गिरफ्तारी सात जून को देर रात कोलकाता से हुई थी ।
ईडी ने की जमीन घोटाला मामले में 75.39 करोड़ की संपत्ति अटैच
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रांची में जमीन घोटाले मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस मामले में सोमवार को ईडी ने 75.39 करोड़ रूपया की संपत्ति की अटैच की है। इनमें सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और हेहल अंचल के बजरा मौजा की 7.16 एकड़ जमीन को अस्थायी रूप से ईडी ने अटैच किया है। उल्लेखनीय है कि सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की कीमत 41.51 करोड़ रुपये और बजरा मौजा में 7.16 एकड़ जमीन की कीमत 32.87 करोड़ लगाई गई है।