Latehar: चंदवा थाना क्षेत्र के जंगलों से सटे ग्रामीण इलाकों में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नही ले रहा है। गुरुवार की मध्यरात्रि एक दर्जन से अधिक संख्या में जंगली हाथियों के झुंड ने माल्हन पंचायत स्थित ईंट भट्ठे में एक ही परिवार के तीन लोगों को कुचलकर मार डाला। मृतकों में फनु भुइयां (35), पत्नी बबीता देवी (30)तथा इनकी तीन वर्षीय बच्ची मंजिशा कुमारी शामिल है। मृतक गढ़वा जिले के भंडरिया के रहने वाले हैं। घटना के बाद लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बताया जाता है कि मजदूर फनु भुइयां ईट भट्ठा में एक छोटे से झोपड़ी में अपनी पत्नी और एक छोटी बच्ची के साथ सोया हुआ था। इसी दौरान देर रात अचानक हाथियों के झुंड ने ईट भट्टे पर धावा बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों के अनुसार उत्तर दिशा से एक दर्जन से अधिक की संख्या में जंगली हाथियों का झुंड मध्य रात्रि अचानक आ धमका। पहले झुंड ने ईंट भट्ठा के समीप पेड़ों को गिरा दिया।
पेड़ गिराए जाने की सूचना के बाद भट्ठे में मौजूद मजदूरों में भगदड मच गई। कुछ मजदूरों ने भाग कर अपनी जान बचाई। मजदूर अपनीअपनी बच्ची को गोद मे लेकर भाग रही बबिता देवी को हाथी ने सूंड़ में दबोच लिया। और पटक व कुचलकर मार डाला।बबिता का शव क्षत विक्षत हो गया। उग्र हाथी का झुंड बबिता देवी के पति फानु भुइयां को सुंड में लपेटकर काफी दूर ले गए। बाद में कुचलकर मार दिया। जिसका शव शुक्रवार की सुबह कुछ दूरी पर बरामद किया गया।घटना काफी दर्दनाक था।
सभी मृतक गढ़वा के भंडरिया महागामा सरायडीह के रहने वाले थे जो चंदवा स्थित ईट भट्टा मजदूरी का काम करने आए थे। जंगली हाथियों द्वारा मचाए गए उत्पात के बाद इलाके में दहशत व्याप्त है।लोगो का कहना है की जंगली हाथी उग्र और गुस्से मे नजर आ रहे थे।लोग गिरते पडते अपनी जान बचाकर भाग रहे और उनके पीछे हाथी दौड रहे थे। बाद में सभी हाथी जंगल की ओर चले गए।
इधर घटना के बाद तीनो मृतकों के शव को कब्जे में लेकर वन विभाग व चंदवा पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली। वन अधिकारियों ने कहा कि मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिलवाया जाएगा। वही हाथियों को भगाने के लिए बाहर से टीम बुलाई जा रही है।