Ranchi: राजधानी रांची में सेना की साढ़े चार एकड़ भूमि घोटाला में ईडी ने जांच तेजी से चल रही है । इस घोटाले में ईडी ने मास्टर माइंड रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन से पूछताछ की है साथ ही साथ आठ अन्य अभियुक्त जिनमे सीआई ,सीओ और लिपिक जिन्होने घोटाले को अंजाम देने में मुख्य भूमिका अदा की थी उन्हे गिरफ्तार किया था और रिमांड पर लेकर उनसे सवाल जवाब किया था । सात अभियुक्त को मुख्य अभियुक्त छवि रंजन के आमने सामने बैठा कर भी पूछ ताछ की थी।
सूत्र का कहना है कि ईडी ने पुर्व डी सी छवि रंजन को एक मई को उनके तमाम चल अचल सम्पत्ति के ब्यौरा और जानकारी के साथ पुन: बुलाया है। इधर चर्चा जोरो पर है कि एक मई को पुर्व डीसी को पुछ ताछ के बाद ईडी डिटेन भी कर सकती है। जानकार लोगो का कहना है ईडी ने सभी क्षेत्र से जो साक्ष्य एकत्रित किया है सभी छवि रंजन के विरूद्ध पाये गये है। गिरफ्तार सात अभियुक्त ने भी ईडी को जो बयान दिया है वह भी घोटाले में छवि रंजन की भूमिका को क्लीयर कर दिया है।
पुर्व डीसी के साथ साथ कुछ नये नाम और उजागर होने की सम्भावना बन रही है। रांची में सेना और सरकारी भूमि को सिंडिकेट बना कर लूट की गई। जमीन का फर्जी पेपर बनाकर कलकत्ता में रजिस्ट्रेशन कराया गया और सम्बन्धित अंचल के अधिकारी ने नियम विरूद्ध उनक मोटेसन दाखिल खारिज भी कर दी । चर्चा है कि जो भी घोटाले की भूमि रजिस्ट्री और दाखिल खारिज हुए है सभी पेपर का सत्यापन ईडी ने निबंधन कार्यालय से कराया है।जिसमें भारी अनियमितता पाई गई है।
गुरुवार को ईडी ने रांची के बरियातू स्थित सेना की जमीन और चेशायर होम रोड की भूमि की खरीद बिक्री के आरोपियों की रिमांड अवधि होने के बाद उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहां कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया। मालूम हो कि ईडी ने 13 अप्रैल को इस मामले में कार्रवाई करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में कारोबारी प्रदीप बागची, सीआई भानु प्रताप, अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम शामिल है। इस छापेमारी में ईडी के हाथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी लगे हैं। 13 दिनों की पूछताछ में भी एजेंसी को कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिसके आधार पर ईडी ने दोबारा बुधवार को रांची जमशेदपुर समेत अन्य जिलों में छापेमारी की थी।