Dumka: शहर के महुआडंगाल स्थित एक निजी विद्यालय में हृदय विदारक घटना मंगलवार को घटी। प्लस टू पीजी स्कूल नामक विद्यालय की छत से एक छात्र की गिरने से मौत हो गई। घटना स्कूल में भोजनावकाश के दौरान हुई। नौ वर्षीय छात्र के गिरने की आवाज पर आस-पास के लोगों ने विद्यालय प्रबंधन को इसकी सूचना दी। आनन-फानन में विद्यालय प्रबंधन ने घायल बालक को इलाज के लिए फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के क्रम में बालक ने दमतोड़ दिया। मृतक छात्र का नाम आर्यमन कुमार है। वह दूसरी कक्षा का छात्र था।
आर्यमन मूल रूप से जामताड़ा जिले के मिहिजाम थाना क्षेत्र के केलाही गांव का रहने वाला था। बालक का ननिहाल दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मसालिया रोड स्थित विजयपुर में है। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार आर्यमन का नामांकन प्लस 2 पीजी विद्यालय में 3 मार्च, 2020 को हुआ था। वह कभी वैन से विद्यालय आकर क्लास करता था तो कभी छात्रावास में रहता था। 12 मार्च को उसके अभिभावक द्वारा हॉस्टल पहुंचाया गया था। अन्य दिनों की भांति सुबह वह जगने के बाद तैयार होकर क्लास करने क्लास रूम गया। लंच के समय वह लंच करने विद्यालय के ऊपर किचन में गया। हॉस्टल के अन्य छात्र भी किचन में गये थे। अचानक आर्यमन किचन से निकल कर कब बॉलकनी में गया और कब नीचे गिरा,यह किसी ने नहीं देखा।
छात्र के गिरने की आवाज सुनकर पड़ोस के लोग जब बाहर निकले तो एक मासूम को रोड पर तड़पते देखा। विद्यालय प्रबंधन के लोग भी मौके पर पहुंचे और गंभीर स्थिति में उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और तमाम बिंदुओं पर अनुसंधान करते हुए शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया। स्कूल प्राचार्य सौरभ दत्ता ने बताया कि लंच का समय था। सभी लंच कर रहे थे। अचानक शोर हुई कि बच्चा गिर गया। लोगों ने बताया कि बालक कूद गया। आनन-फानन में गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। दो दिन से बच्चा हॉस्टल में नहीं रहना चाह रहा था। घटना को लेकर छात्र के मामा हेमंत कुमार ने विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।