Patna: तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के बारे में बीते सप्ताह से चल रही भ्रामक वीडियो को लेकर शुक्रवार को एडीजी लॉ-एंड-अडर जीएस गंगवार ने प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि अभी तक 42 वीडियो पोस्ट प्राप्त हुए, जिनकी जांच चल रही है। सभी पर नोटिस जारी किया गया है। तमिलनाडु प्रकरण से जुड़े आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें जमुई से अमन कुमार को होली के पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
जीएस गंगवार ने शुक्रवार को यहां पुलिस मुख्यालय में प्रेसवार्ता में कहा कि बिहार पुलिस और तमिलनाडु पुलिस के प्रो-एक्टिव एक्शन की वजह से इस मामले को समय रहते हल किया गया। अभियुक्त मनीष कश्यप और युवराज सिंह अभी तक पूर्व के एफआईआर में सरेंडर नहीं हुए हैं। अब इनके ऊपर गिरफ्तारी को लेकर वारंट जारी किया जायेगा। पूर्व में भी ये भ्रामक पोस्ट करने में लिप्त पाये गए थे। पिछले दो दिनों से आरा और आसपास के इलाकों में युवराज सिंह की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
एडीजी गंगवार ने कहा कि युवराज सिंह का आपराधिक इतिहास रहा है और वह भोजपुर के नारायणपुर थाना कांड मामले में भी वांछित है। युवराज की ओर से छपरा के मुबारकपुर घटना के बाद भी आपत्तिजनक पोस्ट किए जाने के साक्ष्य मिले हैं। यूट्यूब पर पोर्टल चलाने वाले मनीष कश्यप और राकेश तिवारी के विरुद्ध भी प्राथमिकी कर जांच की जा रही है।
एडीजी ने कहा कि भ्रामक पोस्ट की जांच को लेकर तमिलनाडु पुलिस की विशेष टीम भी बिहार आई थी। इस टीम का नेतृत्व तमिलनाडु पुलिस के एसीपी सर्वानन कर रहे थे। तमिलनाडु पुलिस की टीम ने पटना के अलावा आरा भी गई थी, जहां कई लोगों से पूछताछ की गई है। इसके अलावा ईओयू के वरीय अधिकारियों से भी तमिलनाडु पुलिस के अधिकारी मिले और सूचनाओं का आदान-प्रदान किया। गुरुवार की शाम तमिलनाडु पुलिस की टीम वापस लौट गई। प्रवासी कामगरों पर कथित हमले की जांच के लिए तमिलनाडु गया बिहार के वरीय अफसरों का प्रतिनिधिमंडल देर शाम राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक की जांच में तमिलनाडु में स्थिति शांतिपूर्ण है। बिहारी प्रतिनिधिमंडल को हमले से जुड़े कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। टीम के सदस्यों ने तमिलनाडु के वरीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा स्थानीय और बिहारी श्रमिकों से भी बातचीत की। श्रमिक संगठनों के पदाधिकारियों से भी इनपुट लिया गया। चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में ग्रामीण विकास के सचिव डी. बालामुरुगन, अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) के आइजी पी कन्नन, श्रम विभाग के आयुक्त आलोक कुमार और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के एसपी संतोष कुमार शामिल हैं।
एडीजी ने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का भ्रामक वीडियो पोस्ट करने वालों की पहचान के लिए एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। यह टीम डिजिटल साक्ष्य जुटाने के साथ संदिग्धों की तलाश में छापेमारी भी कर रही है। इस मामले में जल्द ही अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।