Ranchi: राजधानी के बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातू से अगवा किए गए आठ वर्षीय शौर्य का शव मंगलवार को नगड़ी थाना क्षेत्र के ललगुटवा में एक बोरे में मिला। उसका मुंह बांधा हुआ था।शौर्य के पिता राजू गोप के अनुसार उनका किसी से भी किसी तरह की कोई दुश्मनी नहीं थी। फिर भी उनके बेटे को क्यों अगवा कर मार दिया गया, यह समझ नहीं आ रहा है। रांची के एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि मामले में कुछ सुराग हासिल हुए हैं। उसी आधार पर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने बरियातू थाना के समीप सड़क पर जाम लगा दिया। लगभग एक घंटे तक आवागमन बाधित रहा। आक्रोशित लोग 24 घंटे के अंदर हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पुलिस के आलाधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर सड़क पर लगा जाम हटवाया और यातायात बहाल हुआ। सूचना प्राप्त होते ही एफएसएल टीम एवं डॉग स्क्वायड टीम के साथ ग्रामीण एसपी नौशाद आलम घटनास्थल पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। साथ ही गठित एसआईटी को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि मासूम शौर्य के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। इसमें टेक्निकल सेल, एसएसपी क्यूआरटी तो पहले से ही काम कर रही थी। अब एक और टीम बनाई गई है, जिसमें दो डीएसपी, बरियातू थानेदार सहित कई अन्य अफसर शामिल हैं। शौर्य को एक उजले रंग के कार से अगवा किया गया था। कार में एक पटना से रजिस्टर्ड नंबर का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, जांच में अपहरण में इस्तेमाल कार का नंबर फर्जी निकला।
जानकारी अनुसार गत तीन मार्च की शाम मासूम शौर्य एक दुकान में बिस्कुट खरीदने के लिए गया हुआ था। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उसे अगवा कर लिया। शौर्य एदलहातू निवासी राजू गोप पुत्र था। रांची पुलिस ने आसपास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो पाया कि एक सफेद रंग की कार में सवार एक युवक ने दुकान से घर लौट रहे शौर्य को अपने पास बुलाया और फिर उसे अपने साथ लेकर चला गया।
जानकारी के अनुसार अपहरण वाले दिन ही शौर्य की हत्या कर शव को नगड़ी के पास फेंक दिया गया था। पुलिस को अंदेशा है कि मासूम बच्चे का अपहरण जिस तरह किया गया था, उसे देखकर साफ पता चलता है कि अपहरण करने वाला कोई करीबी था। क्योंकि उसके बुलावे पर शौर्य उसके पास गया। फिर काफी देर तक उससे बातचीत की। उसके बाद वह बच्चे को लेकर फरार हो गया। हालांकि, बच्चे के अपहरण के बाद परिवार वालों से किसी भी तरह की फिरौती की मांग नहीं की गई थी।
इस मामले में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर रांची पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। मरांडी ने कहा है कि शाैर्य के अपहरण के बाद परिजन सोशल मीडिया के जरिए बच्चें के संबंध में सूचना जारी करना चाहते थें, लेकिन पुलिस ने ऐसा करने से रोक दिया था। उन्होने कहा है कि पुलिस की लापरवाही ने एक परिवार को जीवन भर का दर्द दे गया। कौन करेगा घर के इकलौते बेटे की मौत की भरपाई।