रांची।
झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का शनिवार को मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। 73 वर्षीय हाजी हुसैन कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती थे। जहां शनिवार शाम 3:30 बजे उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट हुआ और उनकी मौत हो गई। हाजी हुसैन पहले से ही किडनी और थायरॉयड जैसे बीमारियों से ग्रसित थे। उनकी किडनी पूरी तरह से डैमेज थी।1 साल पहले उन्होंने बाईपास सर्जरी करवाई थी ।
रैपिड एंटीजन टेस्ट के द्वारा उनकी रिपोर्ट शुक्रवार को निगेटिव आई थी
डॉक्टरों ने बताया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट के द्वारा उनकी रिपोर्ट शुक्रवार को निगेटिव आई थी। इसके बाद उन्हें शनिवार को आईसीयू से नॉर्मल आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया था। इस दौरान वे ठीक लग रहे थे। जानकारी के अनुसार मंत्री को सांस लेने में तकलीफ के बाद 23 सितंबर को मेदांता में भर्ती कराया गया था।जहां वे कोरोना संक्रमित पाए गए थें।अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद उनके सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ।
झारखंड सरकार में 4 बार मंत्री रहे
जेएमएम विधायक हाजी हुसैन अंसारी हज कमेटी के चेयरमैन भी थे। वे मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से चार बार जेएमएम के टिकट पर चुनाव जीतें थें। उन्होने राज्य में चार बार मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी। 2009 में शिबू सोरेन की अगुवाई में गठित सरकार में 6 महीने के लिए उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री बनाया गया था। इसके बाद झामुमो के समर्थन से प्रदेश में बनी भाजपा की सरकार में वे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाए गए थे। तीसरी बार उन्होंने अगस्त 2013 में कांग्रेस के समर्थन से झामुमो की बनी सरकार में 13 महीनों तक अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री का पद संभाला था। वही अंतिम बार वर्ष 2020 वह हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री बनाए गए थे। हाजी हुसैन ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कांग्रेस से की थी। उनका अंतिम संस्कार रविवार को किए जाने की जानकारी मिली है।