Ranchi: साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव से आज दूसरी बार साहिबगंज में एक हजार करोड़ के अवैध माइनिंग में उनकी भूमिका, संरक्षण और भागीदारी पर मैराथन सवाल जवाब किया । आज भी डीसी साहिबगंज प्रश्न के जवाब पर चुप्पी साध ली अथवा जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर किया । ईडी के प्रश्न पर डीसी ने कहा की अनियमितता की शिकायत जब भी उनके पास आया उन्होने तत्काल कार्रवाई किया ।
इसके पहले बीते 23 जनवरी को भी उनसे ईडी ने करीब सात घंटे तक पूछताछ की थी। इस दौरान वे ईडी के ज्यादातर सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। उन्होंने ईडी से इसके लिए वक्त मांगा था। इसके बाद उन्हें आज रांची स्थित ईडी के क्षेत्रीय मुख्यालय कार्यालय हाजिर होने को कहा गया था। साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव भारतीय प्रशासनिक सेवा के दूसरे अफसर हैं, जिनसे ईडी झारखंड के खनन घोटाले में पूछताछ कर रही है। पिछली बार ईडी ने डीसी को उनके जिम्मेदारी का हवाला देते हुए पूछा कि अवैध खनन रोकने की पूरी जिम्मेदारी संबंधित जिले के डीसी और एसपी की होती है, इसके बावजूद उनके जिले में जमकर अवैध माइनिंग और परिवहन किया गया।
ईडी ने पूछा कि उन्होंने अवैध खनन रोकने के लिए क्या कदम उठाए? ऐसी क्या परिस्थिति रही कि अवैध खनन को रोकने में वे विफल रहे? उनसे राजनीतिक दबाव और संरक्षण के बारे में भी सवाल पूछे गए थे। सूत्र का कहना है कि आज ईडी फिर ये सवाल बार बार पूछ रही थी।
मालूम हो कि अवैध खनन के जरिए मनीलॉन्ड्रिंग के इसी मामले में सीनियर आईएएस पूजा सिंघल से पूछताछ के बाद उनके खिलाफ ईडी ने चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी ने अपनी चार्जशीट में यह भी बताया है कि साहिबगंज में वर्तमान उपायुक्त रामनिवास यादव के कार्यकाल में बड़े पैमाने पर पत्थर का अवैध खनन हुआ है। रामनिवास निवास अक्टूबर 2020 से इस पद पर पदस्थापित हैं। झारखंड लघु खनिज परिहार नियमावली 2004 एवं झारखंड खनिज (अवैध खनन, परिवहन एवं भंडारण की रोकथाम) नियमावली 2017 के अनुसार खनिजों के प्रबंधन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी डीसी की है।
डीसी अवैध खनन के खिलाफ जिला स्तरीय टास्क फोर्स के प्रमुख भी हैं। पिछले साल 18 नवंबर को सीएम हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा इस मामले में की गई पूछताछ में कहा था कि अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए उन्होंने कभी किसी डीसी-एसपी को नहीं रोका। सीएम हेमंत सोरेन के दिये जवाब के बाद ही ईडी ने साहिबगंज के डीसी और एसपी पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया । अवैध माइनिंग के इस खेल में ईडी ने जो अब तक जांच किया और जिन अभियुक्त को हिरासत में लेकर पुछताछ किया उसके आधार पर डीसी को घेरा में लिया है।