. डॉक्टर अजय पर जानलेवा हमला की चौमुख निंदा जारी
रांची। जिस प्रकार से त्रिपुरा में मजलिसपुर में कांग्रेस पार्टी की बाइक रैली व त्रिपुरा के कांग्रेस प्रभारी पुर्व झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार पर त्रिपुरा सरकार के मंत्री सुशांत चौधरी के नेतृत्व में भाजपा के गुंडों ने पुलिस की मौजूदगी जानलेवा हमला किया है उसकी जितनी भर्त्सना की जाये वो कम है। उक्त बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने प्रतिक्रिया स्वरूप कहीं उन्होंने कहा की राजनीतिक स्वार्थपूर्ति के लिए भाजपा के लोग किसी भी स्तर तक जा सकते हैं , भाजपा के लोगों का लोकतंत्र और लोकशाही पर भरोषा नहीं रहा सत्ता में बने रहने के लिये अगर राज्य सरकार के मंत्री के नेतृत्व में पर प्रतिपक्ष के राजनैतिक कार्यक्रम पर गुंडों से हमला करवाया जाए यह निंदनीय कृत्य है। इस हमले में डॉ अजय कुमार गंभीर रूप से घायल हैं। हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
इस समय पुरा झारखंड कांग्रेस परिवार डॉक्टर अजय कुमार के साथ मजबूती से खड़ा है l प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग इस घटना का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करे। राज्य सरकार के उक्त मंत्री को अविलंब बर्खास्त किया जाए l नेता विधायक दल सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि त्रिपुरा में मानो जंगलराज है जहां मंत्री सड़कों पर हमले करा रहे हैं l उन्होंने कहा कि हम डॉ अजय कुमार के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना कर रहे हैं साथ ही साथ दोषियों पर कड़ी कारवाई की मांग करते हैं l
उक्त घटना की निंदा करनेवालों में कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की गीता कोड़ा जलेश्वर महतो शहजादा अनवर, केशव महतो कमलेश, रविंद्र सिंह, अमूल्य नीरज खलखो, राजीव रंजन प्रसाद डॉ एम तौसीफ, सतीश पॉल मुंजनि , कुमार राजा ,डॉ राकेश किरण महतो शामिल हैं l
डॉक्टर अजय पर हमला को लेकर त्रिपुरा के मंत्री को चुनाव आयोग बर्खास्त करे : आभा सिन्हा
प्रदेश प्रवक्ता आभा सिन्हा ने घटना को चिंतनीय विषय स्वस्थ लोकतंत्र के लिए बताते हुए कहा कि आज जिस प्रकार से त्रिपुरा में मजलिसपुर में कांग्रेस पार्टी की बाइक रैली , त्रिपुरा के कांग्रेस प्रभारी पुर्व झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार पर त्रिपुरा सरकार के मंत्री सुशांत चौधरी के नेतृत्व में भाजपा के गुंडों ने पुलिस की मौजूदगी में जानलेवा हमला किया है उसकी जितनी भी निंदा की जाय कम होगी भाजपा के लोगों का लोकतंत्र और लोकशाही पर भरोसा नहीं रहा सत्ता में बने रहने के लिये वो कुछ भी कर सकते हैं।