गिरीडीह। पिछले दिनों से गिरिडीह पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 15 लाख के इनामी माओवादी कृष्णा हांसदा से पुलिस सारे राज उगलवाने में जुटी हुई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो कृष्णा हांसदा को अब भी ताराटांड थाना में रखकर पूछताछ किया जा रहा है और एसपी कृष्णा हांसदा की गिरफ्तारी को लेकर कई बड़े खुलासे कर सकती है। इस क्रम में पुलिस को तीसरे दिन रविवार की दोपहर एक और सफलता हाथ लगी जब इसी इनामी माओवादी के निशानदेही पर सीआरपीएफ 154वीं बटालियन और जिला पुलिस ने ज्वांईट ऑपरेशन चलाकर पारसनाथ पहाड़ के तराई इलाके में एक साथ तीन बंकर खोज निकाले। इन तीनों बंकरो से बड़े पैमाने पर पौष्टिक अहार के साथ नक्सली वर्दी, नक्सली साहित्य, महिलाओं को बाल में लगाने वाला हेयर आॅयल, डिब्बा, स्टील के काफी बर्तनों समेत कई और समान बरामद इन तीनों बंकरों से बरामद हुए।
कृष्णा हांसदा के निशानदेही पर सीआरपीएफ और पुलिस बल के जवान जब पारसनाथ पहाड़ के तराई वाले इलाके में पहुंचे तो तीनों बंकर एक-दुसरे के करीब थे और बरामद समानों को तीनों बंकरो में पाया गया। जिसमें एक बंकर में सिर्फ स्टील के बर्तनों के साथ प्लास्टिक के जार पाएं गए जबकि दुसरे बंकर में ही नक्सली साहित्य, नक्सली वर्दी बरामद हुआ. वहीं तीसरे बंकर से सीआरपीएफ और पुलिस बल को ड्राई फ्रूट में काजू, किशमिश, पिस्ता बादाम, मखाना, के साथ कई पौष्टिक अहार और महिला नक्सलियों के लिए इस्तेमाल में लाया जाने वाले हेयर ऑयल, महिला नक्सलियों द्वारा खाने के लिए अलग से कई प्रकार के पौष्टिक अहार बरामद हुआ।
सुरक्षा बल के जवान भी चौंके कि जमीन के पांच फीट भीतर तीनों बंकरो में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों को इतने बड़े पैमाने पर पौष्टि अहार की आपूर्ति कब और कहां से हो रहा है। हालांकि पुलिस सूत्र इशारा कर रहे है कि पूछताछ में इनामी माओवादी कृष्णा हांसदा ने कई और राज उगले है। जिसमें गिरिडीह समेत झारखंड-बिहार के कई बड़े ठेकेदारों के नाम कृष्णा हांसदा ने कबूला है। जिससे संगठन को पिछले कुछ सालों में काफी बड़ी लेवी सिर्फ संगठन विस्तार के मजबूती के लिए मिलता रहा है। इसमें कुछ ठेकेदार गिरिडीह और दोनों राज्य के काफी चर्चित नाम के रुप में सामने आएं है।
लेकिन पुलिस फिलहाल खुलासा करने से बच रही है। इधर कृष्णा हांसदा के निशानदेही में ही एएसपी गुलशन तिर्की पीरटांड के धाावाटांड इलाके में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही ।हाल के दिनों में पुलिस के उग्रवाद उन्मूलन अभियान का सार्थक परिणाम सामने आने लगा है। नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे है या सुरक्षाबल की गोली के निशाने पर आने लगे है। पुलिस ने नक्सलियो पर आक्रमण प्रारम्भ कर दिया है। चुन चुन कर नक्सली टीम और उनके बंकरों की खोज कर ध्वस्त किया जा रहा। बंकरों में ऐसो आराम की सुविधा देखकर पुलिस टीम भी आश्चर्य चकित हो रहे है।