नई दिल्ली।
देश के वीआईपी बेड़े के लिए एयर इंडिया वन का इंतजार खत्म हो गया है। गुरुवार को अमेरिका से एक हाईटेक विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा। इस विमान का इस्तेमाल प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए किया जाएगा। मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस बोइंग 777 विमान को वायुसेना के पायलट उड़ाएंगे। विमान पर अशोक की लाट बनी है वही उसके एक तरफ हिंदी में भारत और दूसरी तरफ अंग्रेजी में इंडिया लिखा है। साथ ही विमान की पूंछ पर बना तिरंगा भारत की शान को दर्शा रहा है। एयर इंडिया वन के तहत उक्त विमान को अमेरिका से लाने के लिए इंजीनियरों की टीम और भारतीय वायुसेना के पायलट कई दिन पहले अमेरिका गए थे।
विमान ने बुधवार को अमेरिका से उड़ान भरी और गुरुवार शाम 3:00 बजे पालम टेक्निकल एरिया पर लैंड किया। एयर इंडिया वन के तहत वीवीआईपी बेड़े के लिए अमेरिका से उक्त विमान की आपूर्ति जुलाई में होनी थी। लेकिन कोरोना महामारी के कारण नहीं हो पाई। इसके बाद सितंबर में एक विमान और माह के अंत में दूसरा विमान की आपूर्ति की जानी थी। लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से विमान की आपूर्ति नहीं हो सकी थी। वीवीआईपी बेड़े के तहत दूसरे एयरक्राफ्ट की आपूर्ति कुछ दिनों के बाद होगी। आपूर्ति की गई विमान का इस्तेमाल प्रधानमंत्री राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए किया जाएगा। इस विमान में मिसाइल इंफ्रारेड काउंटर मेशर और सेल्फ- प्रोटेक्शन सूट जैसे अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली लगाई गई है।
वर्तमान में प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के घरेलू यात्रा के लिए भारतीय वायुसेना के विमान और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए एयर इंडिया के बोइंग 747 विमानों का इस्तेमाल किया जाता है। एयर इंडिया वन विमान पूर्ण हवाई कमान केंद्र की तरह काम करते है। जिनकेअत्याधुनिक ऑडियो- वीडियो संचार को टैब या हैंग नहीं किए जाने से संबंधित उपकरण लगाए गए हैं। विमान मजबूत हवाई किले की तरह है। इसमें उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट की सुविधा है। जो विमान को ना केवल हमले से रोक सकते हैं, बल्कि हमले के समय जवाबी कार्रवाई भी कर सकते हैं। भारत का यह पहला विमान है जो सेल्फ प्रोटेक्शन सूट से लैस होने के कारण दुश्मन के रडार सिंगल को भी जाम कर सकता है। साथ ही आने वाली मिसाइलों की दिशा भी मोड़ सकता है।
विमान के अंदर एक कॉन्फ्रेंस रूम, वीआईपी यात्रियों के लिए केबिन, एक मेडिकल सेंटर और अन्य गणमान्य व्यक्तियों स्टाफ के लिए सीटें हैं। विमान में एक बार ईंधन भरने के बाद यह 17 घंटे तक उड़ान भर सकता है। विमान में प्लेन मिड-एयर रीफ्यूल की भी क्षमता है।