लातेहार/चाईबासा/रांची। पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ से सटे लाटू जंगल में छापेमारी कर नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखे गए सात आईईडी सहित 300 से अधिक बम तथा भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार व अन्य सामान बरामद किया है। इसमें सतो आईईडी बमो को अब तक निष्क्रिय कर दिया गया है। एसपी अंजनी अंजन ने गुरूवार को बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बूढ़ा पहाड़ से सटे जंगलो में नक्सलियों के द्वारा विस्फोटक सामग्री छिपाकर रखे गए है।
इस सूचना के बाद जिला पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम के द्वारा जंगल में ऑपरेशन चलाया गया, जहां दो अलग-अलग स्थान पर छुपा कर रखे गए तीन- तीन किलोग्राम के छह कुकर बम और एक सिलेंडर बम बरामद किया गया। बरामद बम को बम निरोधक दस्ते के द्वारा विस्फोट कर निष्क्रिय कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बूढ़ा पहाड़ का एरिया नक्सलियों के गढ़ के रूप में जाना जाता था। लेकिन पिछले कुछ महीनों से इस इलाके में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा चलाए गए अभियान के बाद नक्सलियों के कदम वहां से उखड़ गए हैं। पुलिस के द्वारा पिछले एक माह के अंतराल में इस इलाके से नक्सलियों के द्वारा छुपा कर रखे गए बड़े पैमाने पर विस्फोटक और हथियार जब्त किए गए हैं। इस सघन अभियान के कारण नक्सली अब बूढ़ा पहाड़ छोड़ दूसरे स्थान पर शरण लेने को विवश। पुलिस ने अब तक पूरा पहाड़ के इलाके से नक्सलियों के द्वारा छुपाकर रखे गए 300 से अधिक बम, भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार के अलावा नक्सलियों के कई सामान बरामद किए गए हैं।
लातेहार पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी का कमांडर गिरफ्तार,हथियार बरामद
लातेहार पुलिस ने भाकपा माओवादी के 10 लाख का इनामी नक्सली मुनेश्वर गंझु को पुलिस ने धर दबोचा। मालूम हो की मुनेश्वर गंजू के पास से लेवी का 53 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। मामले पर लातेहार के एसपी अंजनी अंजन ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी देते बताया किी सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी के कमांडर रविंद्र गंझू अपने दस्ता के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए चंदवा थाना क्षेत्र के हेसला बांझीटोला क्षेत्र में जमा हुआ है। सूचना के उपरांत उन्होंने एक टीम गठित की, जिसके बाद टीम छापेमारी करने मौके पर पहुंची। टीम को मौके पर जाता देख नक्सली वहां से तितर-बितर होने लगे, उसी क्रम में भाकपा माओवादी के 10 लाख का इनामी नक्सली मुनेश्वर गंझु को पुलिस ने धर दबोचा। मालूम हो की मुनेश्वर गंजू के पास से लेवी का 53 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।
एसपी ने बताया कि रविंद्र गंझू के दस्ते के द्वारा पिछले कुछ दिनों में मैक्लुस्कीगंज और चंदवा थाना क्षेत्र के रेलवे साइडिंग पर लेवी के खातिर आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। जिसमें मुनेश्वर गंझू उर्फ मुंशी जी की सक्रिय भूमिका थी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि गिरफ्तार मुनेश्वर गांझू माओवादी कमांडर रविंद्र गंझू का दाहिना हाथ रहा है और रविंद्र गंजू के दस्ते का लीडिंग भी इसके द्वारा किया जाता रहा है। आगे उन्होंने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादी पर लातेहार, गुमला, लोहरदगा और रांची जिले में 75 केस दर्ज हैं और माओवादी कमांडर का गिरफ्तार होना, पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
भाकपा माओवादी के कमांडर रविंद्र गंझू की गिरफ्तारी के बाद पुलिस महकमे में खासा उत्साह देखा जा रहा है।रविंद्र गंझू की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े खुलासे होने की आशंका जताई जा रही है।
चाईबासा में लगातार दूसरे दिन आईईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल, एयरलिफ्ट कर लाए गए रांची
पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिले के टोंटो थाना क्षेत्र अंतर्गत तुम्बाहाका में लगातार दूसरे दिन आईईडी विस्फोट में दो जवान घायल हो गये। दोनों घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया है। घायल जवान कोबरा बटालियन के हैं। उल्लेखनीय है कि कई दिनों से चाईबासा पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इससे पूर्व बुधवार को अभियान के दौरान आईईडी विस्फोट में कोबरा के छह जवान घायल हो गए थे। सभी को एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था।
पुलिस और टीपीसी के बीच मुठभेड़, राइफल, 46 गोलियां सहित अन्य सामान बरामद
रांची। बुढ़मू थाना क्षेत्र के लुकैया जंगल में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीपीसी और पुलिस के बीच गुरुवार को मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पुलिस ने घटनास्थल से राइफल, 46 गोलियां सहित कई अन्य सामान बरामद किया है।
एसएसपी किशोर कौशल को गुप्त सूचना मिली थी कि टीपीसी उग्रवादी बुढ़मू के जंगल में जमा होकर बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद पुलिस टीम का गठन किया गया और पुलिस की टीम ने सर्च अभियान चलाया। इस दौरान उग्रवादियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गयी। पुलिस को भारी पड़ता देख उग्रवादी भागने में सफल रहे। टीम में डीएसपी खलारी, बुढ़मू, ठाकुरगांव और पिठौरिया थाने की पुलिस एवं एसएसपी का क्यूआरटी टीम शामिल था।