चतरा। जिले के कुंदा थाना क्षेत्र के प्रतापपुर सीमा से सटे अनगड़ा-बनवार जंगल में पुलिस व नक्सली संगठन टीएसपीसी के 15 लाख के ईनामी आक्रमण व 10 लाख के इनामी आरिफ के दस्ते साथ शुक्रवार की अहले सुबह मुठभेड़ हो गयी। मुठभेड़ के बाद नक्सली जंगल का सहारा लेकर भागने में सफल रहे।
चतरा के एसपी राकेश रंजन ने शुक्रवार को एसपी कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता में बताया कि गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि चतरा जिला व पलामू जिला के सीमावर्ती इलाकों में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में बड़ी संख्या में नक्सली संगठन टीएसपीसी के नक्सली जमे हुए हैं। सूचना के आलोक में एक टीम का गठन किया गया। चतरा पुलिस, कोबरा 209 एवं झारखण्ड जगुआर एजी 25 की संयुक्त टीम बनाकर छापामारी अभियान चलाया गया।
एसपी ने बताया कि पुलिस टीम को देखते ही नक्सलियों ने गोली चलानी प्रारंभ कर दी। जवाबी कार्यवाई के दौरान नक्सली जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में किसी प्रकार के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस द्वारा घटनास्थल से वाकी टाकी, वॉकी टॉकी-01,वायर,आर्मी पेटरनल क्लोथ,मोबाईल- 02 चार्जर,सोलर प्लेट 021,खाना पकाने का बर्तन,
15. स्टील प्लेट,चावल-20 किलो,ताजा सब्जी,कम्बल,सिविल कपड़ा,पिट्ठू बैग -01,दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गयी है।
एसपी श्री रंजन ने नक्सलियों से मुख्य धारा में आने की अपील की है। कहा है कि अगर नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ा तो पुलिस की गोलियों का शिकार बनेंगे।मुठभेड़ के बाद नक्सल दस्ते की पहचान व नक्सलियों की धरपकड़ को लेकर जंगल की घेराबंदी कर सुरक्षा बलों के जवानों व अधिकारियों ने सघन सर्च अभियान शुरू किया है। सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी व प्रतापपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार समेत सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के अधिकारी व जवान इस अभियान में शामिल हैं। जिले के एसपी राकेश रंजन पूरे अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।