रांची।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से राजनीतिज्ञों की मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी रहने को लेकर सरकार पर हमला बोला है। पार्टी मुख्यालय में रविवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि राज्य के जेल आईजी का यह कहना कि केली बंगला को जेल नहीं माना जा सकता पूरी तरह से निराधार है। क्योंकि उच्च न्यायालय ने अपने 24 अगस्त 2018 के आदेश में लालू प्रसाद को रिम्स में इलाज करने की सुविधा देते हुए यह टिप्पणी की थी, कि यह इलाज रांची में हिरासत में हो।
प्रतुल ने कहा कि जेल एक्ट 1984 का सेक्शन 31 कहता है कि जेल वह कोई ऐसी जगह भी हो सकता है जहां सजायाफ्ता कैदी को अल्पकाल के लिए रखा जाए। सरकार के अधिकारी कुछ भी कहे लेकिन तकनीकी रूप से लालू प्रसाद फिलहाल रिम्स में हिरासत में है और उनके ऊपर जेल मैनुअल के सारे नियम लागू होते हैं।
प्रतुल ने कहा कि मुलाकात के दौरान जेल मैनुअल का जरा सा भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जैल मैनुअल के अनुसार किसी भी मुलाकाते को मिलने से पहले जेल अधीक्षक से लिखित आदेश अनिवार्य रूप से लेना होगा। लेकिन लालू प्रसाद से मिलने वाले अधिकांश नेता मौखिक आदेश से ही उनसे मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद से बेधड़क मिलने वाले लोग राजनीति बातें कर रहे हैं। वहां कोई जेल का अधिकारी भी मौजूद नहीं रहता है। प्रवक्ता प्रतुल ने कहा कि भाजपा इस मामले में सीधा सीधा आरोप सबूतों के साथ यहां की निरंकुश सरकार पर लगा रही है। यहां की सरकार लालू जी को सजायाफ्ता कैदी नहीं बल्कि राज्य स्तरीय मेहमान बना कर रखी है। घोटाले के मामले में सजा काट रहे कैदी और उनकी घोटाले की विचारधारा को सरकार खुद में आत्मसात कर चुकी है।