रांची।विश्व हिंदू परिषद की केन्द्रीय योजनानुसार विहिप का विशेष सम्पर्क विभाग देशभर के सभी सांसदों से सांसद संपर्क अभियान के तहत झारखंड के 12 सांसदों से विहिप का सम्पर्क विभाग मिलकर उनसे राष्ट्रहित में मुख्य तीन बिंदुओं को लोकसभा व राज्यसभा के शीतकालीन सत्र में संसद में स्वयं उठाने या कोई उठाए तो उनका समर्थन करने का आग्रह किया।
इन तीन प्रमुख बिंदुओं में देश की धार्मिक तीर्थ क्षेत्रों की सात्विकता बनी रहे तथा इसके सम्पूर्ण प्रबंधन के लिए केंद्र एवं राज्य में अलग से एक मंत्रालय बनाने , देश की असंतुलन होती जनसंख्या एवं इसके भावी दुष्परिणाम से बचने के लिए जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने तथा देश के बड़े-बड़े प्रमुख मंदिरों पर जहां राज्य सरकारों का नियंत्रण है तथा उन मंदिरों से प्राप्त धन का एक बहुत बड़ा हिस्सा राज्य सरकारों को देनी पड़ती है। राज्य सरकारें उन पैसों का उपयोग जिस समाज का वह पैसा है उन पर खर्च न करके या उन मंदिरों पर खर्च न करके अन्यत्र खर्च करती है। अतः उन मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर हिन्दू समाज को नए कानून बनाकर सौंपा जाए।
अभियान के तहत केन्द्रीय जनजातीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी, पूर्व राज्यमंत्री व लोहरदगा लोकसभा के सांसद सुदर्शन भगत, गिरिडीह लोकसभा सांसद चन्द्रप्रकाश चौधरी, जमशेदपुर लोकसभा के सांसद विद्युतवरण महतो, पलामू लोकसभा सांसद विष्णु दयाल राम, राज्यसभा सांसद – समीर उरांव, आदित्य प्रसाद साहू, महुआ मांझी, दीपक प्रकाश। रांची लोकसभा सांसद संजय सेठ, धनबाद लोकसभा सांसद पशुपतिनाथ सिंह से मिलकर विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय योजना के अंतर्गत विभिन्न विषयों की जानकारी उन्हें दी गई तथा सभी सांसदों ने भी कई अहम संवैधानिक एवं तकनीकी सुझाव दिया। सांसद सम्पर्क अभियान में झारखंड से विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त सहमंत्री रंगनाथ महतो, विशेष संपर्क अभियान के प्रान्त सहप्रमुख अरविन्द सिंह, सिंहभूम विभाग विशेष सम्पर्क प्रमुख हरेराम ओझा, देवघर विभाग संगठन मंत्री कोलेश्वर टुडू प्रमुख रूप से साथ रहे।