रांची। एचईसी बचाने को लेकर शनिवार को वामदल सहित अन्य राजनीतिक दलों ने राजभवन मार्च किया। राजभवन मार्च जिला स्कूल मैदान से निकाला गया। इनमें भाकपा, माले, माकपा, झामुमो, राजद और कांग्रेस के नेता शामिल थे। सभी केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन के बाद जुलूस सभा में तब्दील हो गई। सभा की अध्यक्षता भाकपा के जिला सचिव अजय कुमार सिंह ने किया। सभा को भाकपा के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम, भाकपा माले के जिला सचिव भुनेश्वर केवट ,कांग्रेस महानगर अध्यक्ष कुमार राजा , माकपा के सुखनाथ लोहरा आदि कई लोगों ने संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने संयुक्त रुप से कहा कि केंद्र सरकार एक साजिश के तहत एचईसी को बेचने की कोशिश कर रही है। इसलिए 13 महीने से मजदूरों का मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया। एचईसी में 36 इंजीनियर भी धरना पर बैठे हुए हैं। नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार 153 रेलवे स्टेशनों को बेच डाला। 12 से अधिक हवाई अड्डे को बेच डाला। देश के मदर फैक्ट्री जो देश के निर्माण में देश के अंदर कारखानों को जाल बिछाया। कई रक्षा संयंत्र का निर्माण किया , जो बंदी के कगार पर है।
नेताओं ने कहा की केंद्र सरकार ऐसे उपक्रमों को अडानी अंबानी जैसे लोगों को हाथों में सौंपने की योजना बना रही है। नेताओं ने एचईसी को बचाने के लिए राज्यपाल के द्वारा प्रधानमंत्री के नाम मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में कहा गया कि किसी को कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराए जाने के लिए भारी उद्योग मंत्रालय को निर्देश दिया जायें। कारखाने के आधुनिकरण के लिए आगामी यूनियन बजट में केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा एक विशेष पैकेज की घोषणा की जायें। संयंत्र को बैंक गारंटी दी जायें समेत अन्य मांग की गयी।