रांची । संथाल परगना मे लगभग एक हजार करोड़ के अवैध माइनिंग के मास्टर माइंड पंकज मिश्रा के जेल अवधि में रिम्स के कैदी वार्ड में रहने के दौरान मोबाईल फोन पर बातचीत के मामले में ईडी के समक्ष साहिबगंज डीएसपी राजेंद्र दुबे आज ईडी के समन पर ईडी मुख्यालय में उपस्थित हुए । ईडी ने उन्हे गुरूवार को ही उपस्थित होने का नोटिस जारी किया था परन्तु डीएसपी दुबे आज यहां हाजिर हुए। ईडी के समझ डी एस पी दुबे ने जवाब में अधिकांश सवाल पर चुप्पी साध ली ।ईडी यह जानना चाह रहा था की पंकज मिश्रा के साथ उनका क्या सम्बन्ध है। वो उनके दिशानिर्देश का पालन किनके कहने पर करते थे ,क्या इस घोटाले मे उनकी भुमिका है।अवैध माइनिंग की उन्हे खबर रहती थी । पंकज अवैध माइनिंग मे उनसे किस प्रकार सहयोग लेते थे ।
मालूम हो की ईडी ने पंकज मिश्रा को पुछ ताछ के बाद गिरफ्तार किया था । न्यायिक प्रक्रिया के तहत उन्हे रांची के बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा गृह में रखा गया था जहां बिमार होने के बाद रिम्स मे चिकित्सा के लिए भर्ती कराया गया था। ईडी ने रिम्स कैदी वार्ड मे पंकज ने संथाल परगना के कई प्रशासनिक और पुलिस के शीर्ष अधिकारी से जेल नियम के विरूद्ध मोबाईल पर बात की । ईडी ने रिम्स में ही पंकज को मोबाईल पर बात करते पकड़ा था साथ ही उनके एक चालक सहित एक व्यक्ति को भी हिरासत मे लिया था जो पंकज को मोबाईल उपलब्ध करा रहे थे।
ईडी सूत्र का दावा है की पंकज रिम्स से तीन सौ लोगों से बात की है और उन्हे अवैध माइनिंग के लिए दिशानिर्देश दे रहे थे। इस अनियमितता पर ईडी ने बिरसा मुण्डा केंद्रीय कारागृह के जेल अधीक्षक को भी समन जारी कर पुछ ताछ कर चुकी है। आज साहेबगंज के डीएसपी दुबे से पुछ ताछ की । ईडी यह जानने का प्रयास कर रही है की पंकज उन्हे किस हैसियत से आदेश दिशानिर्देश दिया करते थे ,अधिकारी किनके आदेश पर पंकज के दिशानिर्देश का पालन करते थे। क्या इस अवैध माइनिंग मे उनकी सहभागिता थी। सूत्र के अनुसार डीएसपी अधिकांश ईडी के सवाल पर चुप्पी साध रखी थी । आज लगभग पांच छ: घंटे की ईडी ने अब तक पुछ ताछ कर ली है। बता दें कि पंकज मिश्रा 1000 करोड़ के अवैध खनन का मुख्य आरोपी है।
पंकज मिश्रा के निर्देश पर काम कर रहे थे डीएसपी
ईडी को संदेह है कि साहिबगंज डीएसपी पंकज मिश्रा के निर्देश पर जिला पुलिस के माध्यम से कथित तौर पर अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बदला लेने की नीयत से काम कर रहे थे। पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में रिम्स से डीएसपी को फोन करता था। यह विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि उन्होंने डीएसपी को ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिन लोगों ने अवैध पत्थर खनन घोटाले में ईडी के समक्ष उनके खिलाफ बयान दर्ज कराए ।
अवैध माइनिंग: पंकज मिश्रा ने साहिबगंज के डीएसपी से ईडी के गवाहों को फंसाने में मदद ली
रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को संदेह है कि साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे पंकज मिश्रा के निर्देश पर जिला पुलिस के माध्यम से कथित तौर पर अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बदला लेने की नीयत से काम कर रहे थे। पंकज मिश्रा न्यायिक हिरासत में रिम्स से डीएसपी को फोन करता था। यह विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि उन्होंने डीएसपी को ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिन लोगों ने अवैध पत्थर खनन घोटाले में ईडी के समक्ष उनके खिलाफ बयान दर्ज कराए थे।
पंकज मिश्रा के निर्देश पर डीएसपी ने सीसीए लगाने की पहल की
बीते दिनों साहिबगंज पुलिस ने प्रकाश चंद्र यादव उर्फ मुंगेरी यादव और अशोक यादव को अपराध नियंत्रण कानून (सीसीए) के प्रावधानों के तहत जेल भेजा था । पंकज मिश्रा के खिलाफ मुंगेरी यादव के बेटे अंकुश यादव ईडी के गवाह हैं ।इसी तरह अशोक यादव भी ईडी के गवाह हैं। बताया जाता है कि साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे ने सीसीए के प्रावधानों के तहत उन्हें बुक करने के लिए डीईडी प्रस्ताव को आगे बढ़ाया था ।सूत्रों ने बताया कि एजेंसी के पास पुख्ता जानकारी है कि पंकज मिश्रा के निर्देश पर डीएसपी ने इस तरह की कार्रवाई की है ।ईडी को संदेह है कि राजेंद्र दुबे विजय हांसदा मामले के खिलाफ जांच में शामिल हो सकते हैं।