रांची । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने झारखंड के विभिन्न जिलों के नए अध्यक्ष के नामों की घोषणा कर दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और झारखंड प्रभारी अविनाश ठाकुर ने बीती रात प्रदेश के 25 जिलों की सूची जारी की है। जिसमें किसी भी मुसलमान को जगह नहीं दिया गया। जबकि 1% आबादी वाले भूमिहार के 3 प्रतिनिधि और पांच से 7% वाले ब्राह्मण आबादी को 7 जिलों का प्रभार सौंपा गया इससे मुस्लिमों में काफी रोष है और वे आश्चर्यचकित हैं कि ऐसा किसके इशारे पर हुआ आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है, ठाकुर या पांडे।
मुस्लिम नेताओं ने तो यहां तक कहा कि यह कांग्रेस के लिए आत्मघाती कदम है। कई कांग्रेसी मुस्लिम नेता तो इस्तीफा देने के मूड में है और पूरे प्रदेश में लोग एक दूसरे के संपर्क में हैं । लोहरदगा, साहिबगंज, पाकुड़, जामताड़ा, गोंड्डा सहित कई ऐसे जिले हैं जहां मुस्लिमों की अच्छी खासी आबादी है। वावजूद एक भी मुस्लिम को जिला अध्यक्ष नहीं बनाया गया। मुस्लिमों के विभिन्न तंजीम जल्दी एक राज्यस्तरीय बैठक राजधानी में करने जा रही है जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
आदिवासी क्षेत्रों से वैश्य समाज चुनाव तो नहीं लड़ सकते लेकिन इन्हें संगठन में भी उचित जगह नहीं दी गई है। जिससे वैश्य समुदाय भी अच्छा खासा नाराज है। दलित समाज को भी पूरी तरह उपेक्षित कर दिया गया है। इसको लेकर भी दलित समाज अपने को कांग्रेस में अब उपेक्षित महसूस कर रहा है।
जारी की गई सूची इस प्रकार है
रांची महानगर कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष के रूप में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कुमार राजा को जिम्मेदारी दी गई है। जबकि राकेश किरण महतो को रांची जिला ग्रामीण अध्यक्ष बनाया गया है। इसी प्रकार रामगढ़ का जिला अध्यक्ष शांतनु मिश्रा, हजारीबाग का शैलेंद्र कुमार यादव, कोडरमा का नारायण बरनवाल, गिरिडीह का धनंजय कुमार सिंह, देवघर का उदय प्रकाश, जामताड़ा का हरी मोहन मिश्रा, धनबाद का संतोष कुमार सिंह, बोकारो का उमेश प्रसाद गुप्ता को बनाया गया है। इसके अलावा जमशेदपुर का आनंद बिहारी दुबे, चाईबासा का चंद्रशेखर दास, सरायकेला खरसावां का विशु हेंब्रम, खूंटी का रवि मिश्रा, सिमडेगा का डेबिड तिर्की, गुमला का चैतू उरांव, लोहरदगा का शुगर भगत, लातेहार का मुनेश्वर उरांव, गढ़वा का श्रीकांत तिवारी, चतरा का प्रमोद कुमार दुबे और पलामू का जिला अध्यक्ष जयेश रंजन पाठक को बनाया गया है।