खूंटी। रांची ग्रामीण एसपी सह जिले के प्रभारी एसपी नौशाद आलम को मिली गुप्त सूचना पर पुलिस ने बुधवार को तोरपा थाना क्षेत्र के चुरगी नदी कें पास रांची से रनिया जाने वाली यात्री बस व अन्य जगहों पर छामापारी कर प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया(पीएलएफआइ) के पांच सक्रिय उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया।
गुरुवार को अनुमंडल पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पीएलएफआइ का एक सक्रिय उग्रवादी किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए अवैध आग्नेयास्त्र के साथ रांची से बस से रनिया तरफ जा रहा है। प्राप्त सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रभारी पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश तवारी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन कर चुरगी नदी के पास बस में छापामारी की गई और उग्रवादी मुकेश मुंडा (20) को एक देसी कट्टा एवं .315 बोर के जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार उग्रवादी अर्जुन मुण्डा से पूछताछ करने पर उसने बताया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले के आनंदपुर क्षेत्र के पीएलएफआइ कमाण्डर माइकल गुड़िया और उसके साथी और संगठन का कमाण्डर मुकेश चीक बड़ाईक और पंकज महतो के साथ मिलकर आनंदपुर क्षेत्र में जमीन विवाद में पैसे लेकर एक व्यक्ति की हत्या की योजना बनाई गयी थी। उस व्यक्ति की हत्या करने के लिए वे रांची से रनिया जा रहे थे, जहां अन्य साथी मुकेश और पंकज उनका इंतजार कर रहे थे।
रांची से आने जाने का खर्च बानो के सुरेन्द्र चीक बड़ाईक द्वारा दिया गया था। अर्जुन मुण्डा की निशानदेही पर पुलिस ने छापामारी करते हुए रनिया थाना क्षेत्र से मुकेश चीक बड़ाईक और पंकज महतो को पीएलएफआइ पर्चा एवं चंदा रसीद के साथ तथा बानो थाना एवं मनोहरपुर थाना के सहयोग से संगठन के लिए नेटवर्किंग करने वाले सुरेन्द्र चीक बड़ाईक को बानो थाना क्षेत्र से तथा आनंदपुर के माइकल गुड़िया को गिरफ्तार किया गया। एसपी ने कहा कि पुलिस की सक्रियता से एक व्यक्ति की जान बच गई।
एसपी नौशाद आलम ने बताया कि पकड़े गये पीएलएआइ उग्रवाद मुकेश चीक बड़ाईक का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। उन्होंने बताया कि हत्या, रंगदारी, अपहरण, लेवी वसूली, आर्म्स एक्ट, 17 सीएलए सहित अन्य संगीन मामलों को लेकर मुकेश चीक बड़ाईक के खिलाफ गुमला जिले कें पालकोट, बसिया और कमडारास थाना में पहले से ही सात मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार माइकल गुड़िया को पहले भी पुलिस जेल भेज चुकी है। प्रभारी एसपी ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन के पांच उग्रवादियों को गिरफ्तासर करने वाले पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।